गुरुग्राम के शिवाजी नगर थाने के उप निरीक्षक श्रीभगवान ने बताया कि गुरुग्राम के राजीव चौक इलाके से चार आरोपियों ने नीरज चौहान निवासी मित्रोल पलवल (हरियाणा) को जबरन उसकी ही कार में बैठाकर फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने गाड़ी के नंबर के आधार पर स्थानीय थाना पुलिस को अपहरण की सूचना दी। गाड़ी के नंबर के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। वहीं पीडि़त का फोन भी चालू था। ऐसे में पुलिस के सामने दौसा की लोकेशन आई।
पुलिस के अनुसार नीरज हाइवे पर आरोपियों के शौच के बहाने से चकमा देकर बच निकला। उसने अपनी लोकेशन परिजनों को मोबाइल पर भेजी। इसके आधार पर पुलिस ने नीरज को चावण्डेडा के समीप से दस्तयाब कर लिया। पीडि़त युवक नीरज का कहना है कि हरियाणा से दौसा के बीच जितने भी टोल प्लाजा आए, तब इन चारों युवकों ने उसके साथ मारपीट कर कार में नीचे लिटा दिया ताकि टोल प्लाजा पर अपहरण का पता नहीं चल सके।
लेनदेन का विवाद सामने आया
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि दोनों पक्षों में पैसे की लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। पीडि़त नीरज चौहान ने गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर कई युवकों से लाखों रुपए लिए थे। नौकरी नहीं लगने पर नीरज ने जब पैसे वापस नहीं लौटाए तो युवक गुरुग्राम पहुंचे और नीरज को उसकी कार सहित ले लाए। हालांकि मामले की विस्तृत जांच में अब गुरुग्राम के शिवाजी नगर थाना पुलिस जुटी हुई है।