इससे पहले जिला कलक्टर ने मां शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर व फीता काटकर अमृता हाट का उद्घाटन किया। उन्होंने मेले में लगी स्टालों का भ्रमण कर सभी वस्तुओं की गुणवत्ता की जानकारी ली व स्टॅाल लगाने वाली महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग की कार्यक्रम प्रभारी राजकुमारी हाड़ा ने कहा कि जयपुर व भरतपुर संभाग के 40 ग्रुप आ चुके हैं, वहीं लगभग 20 ग्रुप और आने की उम्मीद है।
महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक राशि लोढ़ा ने बताया कि अमृता हाट में प्रतिदिन प्रतियोगिताएं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। कार्यक्रम में महिला अधिकारिता विभाग जयपुर की उप निदेशक रेणू खण्डेलवाल, दौसा महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक सरोज मीना सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
इनकी लगी स्टॉल
मेला स्थल पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दौसा जिले के विभिन्न इलाकों से उत्पाद जैसे चमड़े की जूतियां, जयपुरी कुर्ते एवं जरदोजी का कार्य, जसरासर के मुढ्ढे, लाख की चूडिय़ां, मणिहारी का सामान, हस्तनिर्मित बैग, गोटा पत्ती, रेडिमेड गारमेन्ट्््स, मिट्टी के बर्तन व खिलौने, आचार, पापड़, मंगोड़ी, मुरब्बे, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट, अन्य ढेर सारे घरेलू उत्पाद एवं सामान, लजीज व्यंजनों से महकता फूड कोर्ट आदि की स्टॉलें लगाई गईहैं।
छलक पड़े अश्रु
समारोह में एवीएम विद्यालय की छात्रा इल्मा ने ‘तू इतनी दूर क्यों है मांÓ गीत की शानदार प्रस्तुति दी तो कई महिलाओं की अश्रुधारा बह निकली। कार्यक्रम में बेटी की प्रस्तुति से उसकी मां तस्लिमा भावुक होकर फूट-फूट कर रोने लगी व बच्ची को गले से लगा लिया। इल्मा की प्रस्तुति से प्रसन्न होकर जिला कलक्टर ने नकद पुरस्कार दिया।