कोविड-19 के तहत राज्य सरकार के आदेशानुसार मंदिरों के पट 31 अगस्त बंद रहने के चलते पांच जनों ने ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए बाबा श्याम की आकर्षक झांकी सजाई। जन्मोत्सव तक श्रद्धालु भी देर रात मंदिरों के बाहर दर्शन करने के लिए डटे रहे। रात्रि बारह बजे जन्मोत्सव पर आरती के बाद श्रद्धालुओं को पंजीरी सहित फल इत्यादि का प्रसाद वितरित किया गया। घरों मेें भी कई तरह के व्यंजन बनाए गए। मंदिरों में भीड़ के पहुंचने पर पुलिस वृत्ताधिकारी हवासिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने भीड़ को हटाया तथा आगरा रोड स्थित गिरिराजधरण व गोविंददेवजी मंदिरों के पट बंद करा दिए।
जन्माष्टमी
बसवा. कस्बे में जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई। लोगों ने घरों में भी झांकी सजाई। रात बारह बजे जन्मोत्सव के बाद प्रसादी का वितरण किया गया।
बसवा. कस्बे में जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई। लोगों ने घरों में भी झांकी सजाई। रात बारह बजे जन्मोत्सव के बाद प्रसादी का वितरण किया गया।
सैंथल .कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में जन्माष्टमी के पावन पर्व पर लोगों ने उपवास रखा। मंदिरों की सजावट की गई महेश्वरा कला. जन्माष्टमी के मौके पर गोपालजी पंचायत मंदिर को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया। पुजारी विष्णु प्रसाद शर्मा ने बताया कि फूल बंगला झांकी सजाई गई। महेश्वरा खुर्द, जसोता, पुरोहिता का बास, सींगपुरा हाज्याकाबास सहित अनेक ढाणियों में कृष्ण जन्माष्टमी पर पर श्रद्धालुओं ने उपवास रखे।
कुण्डल. कुण्डल कस्बे सहित खड़का, सिण्डोली, बडोली, कालोता, निमाली, जामा, भेडोली, खोर्रा-कलां, दांतली, कालीपहाडी, खोर्रा-खुर्द, चौबडीवाला, भांवता-भांवती सहित आसपास के गांवों और ढाणियों के मन्दिरों में कन्हैया का दरबार सजाया गया।
कोरोना महामारी के चलते मन्दिरों में भजन संध्या सहित अन्य कार्यक्रमों को स्थगित कर दिए गए। मन्दिरों में केवल राधा-कृष्ण की झांकी सजाई गई। रात को आरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया।
कोरोना महामारी के चलते मन्दिरों में भजन संध्या सहित अन्य कार्यक्रमों को स्थगित कर दिए गए। मन्दिरों में केवल राधा-कृष्ण की झांकी सजाई गई। रात को आरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया।