जानकारी के अनुसार अब तक आईसीयू व एचडीयू के अभाव में बच्चों को गंभीर बीमार होने पर जयपुर रैफर कर दिया जाता था। जब तीसरी लहर का असर बच्चों में अधिक होने की बात विशेषज्ञों की ओर से कही जाने लगी तो अस्पताल में इन दिनों यूनिटों के निर्माण के प्रस्ताव तैयार हुए और अब निर्माण चालू हो गया है। फिलहाल अस्पताल में एफबीएनसी यूनिट है, लेकिन उसमें 28 दिन तक के ही बच्चों का उपचार संभव है। ऐसे में 1 माह से अधिक उम्र के बच्चों के उपचार में खासी दिक्कत आ रही थी।
जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. शिवराम मीना ने बताया कि बच्चों की आईसीयू व एचडीयू का निर्माण जल्द से जल्द पूरा कराया जा रहा है। इसके अलावा मुख्य भवन में भी छह बेड की आईसीयू का निर्माण कुछ ही दिनों में चालू होने की संभावना है।
नेत्र विभाग में फेको मशीन स्वीकृत चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीना का गृह जिला होने का लाभ अब दौसा को मिलने लगा है। लगातार नई मशीनें व संसाधनों की स्वीकृति मिल रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को जिला अस्पताल के नेत्र विभाग के लिए फेको मशीन भी स्वीकृत कर दी गई। नेत्र चिकित्सा के लिए आवश्यक इस मशीन की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
हाल ही में पूर्व आरपीएससी सदस्य विनोद बिहारी शर्मा ने भी चिकित्सा मंत्री से मिलकर इस मशीन की मांग की। इस पर अब यह मशीन स्वीकृत कर दी गई है। पीएमओ ने बताया कि चौमू अस्पताल में स्थापित फेको मशीन को राजकीय अस्पताल दौसा में स्थानान्तरित करने के संबंध में स्वीकृति पत्र मिल गया है। मशीन के चालू होने पर नेत्र रोगों के उपचार में सहूलियत होगी।