इस पर जिला अस्पताल स्थित कैंसर केयर क्लिनिक से कीमोथेरेपी फॉलोअप की दवाईयों की डिमाण्ड मंगवाई गई है। वहां से इनमें से 21 तरह की दवाइयों की मांग की गई है। ऐसे में कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी के बाद दी जाने वाली दवाइयां जिला अस्पताल में ही मिल सकेंगी। इससे उन्हें मेडिकल कॉलेजों के चक्कर काटने की समस्या से भी छुटकारा मिल सकेगा। इससे पहले विभाग की ओर से सभी जिला अस्पताल के एक चिकित्सक एवं दो पेरामेडिकल स्टॉफ को कीमोथेरपी एवं दवाइयों के बारे में प्रशिक्षित भी किया गया है। इससे जिले के विभिन्न प्रकार के करीब 7 दर्जन कैंसर मरीजों को राहत मिल सकेगी।
ये मिलेगा लाभ
अभी तक कैंसर मरीजों को कीमोथेरेपी फॉलोअप की दवाइयों के लिए मेडिकल कॉलेज में जाना पडता था, लेकिन अब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन दवाइयों की केटेगिरी मेडिकल कॉलेज से बदलकर जिला अस्पताल कर दी गई है।
दवाइयों का लिया प्रशिक्षण
जिला अस्पताल में कीमोथेरेपी की दवाइयों को देने के लिए चिकित्सक एवं नर्सेज प्रशिक्षण लेकर आए हैं। ऐसे में मरीजों को डिमाण्ड के अनुसार दवाइयां मंगवाकर मुहैया कराई जा रही है।
डॉ.मुकेश चौधरी, प्रभारी, एनसीडी क्लिनिक, जिला अस्पताल, दौसा
35 तरह की दवाइयां उपलब्ध
राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन की ओर से 35 तरह की दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है। इस पर जिला अस्पताल से मांग के अनुरूप दवाइयां मुहैया कराई जाती है।
डॉ. सन्दीप शारदा, प्रभारी, जिला औषधि भण्डार, दौसा