मुख्यमंत्री ने सभा में कहा कि 15 लाख रोजगार का वादा सरकार ने पूरा किया है तथा करीब साढ़े पन्द्रह लाख लोगों को रोजगार मिला है। कांग्रेस ने 50 प्रतिशत शिक्षकों की पोस्ट खाली छोड़ी थी, जिसे अब मात्र दो प्रतिशत पर छोड़ा है। 68 हजार शिक्षकों को नियुक्ति दे दी और 86 हजार की और भर्ती हो रही है। कांस्टेबलों को प्रमोशन दिया तो कांग्रेस दुखी हो रही है, जबकि उनको खुशी होनी चाहिए। ऋण के माध्यम से 50 लाख लोगों को स्वरोजगार देने का दावा भी मुख्यमंत्री ने किया। चिकित्सकों को गांवों में लगाया। सात मेडिकल कॉलेज खुलवाए। दौसा जिले में सड़कों पर 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं, इनमेंं से दौसा विधानसभा क्षेत्र में ही 1 हजार 100 करोड़ खर्च किए। 40 ग्राम पंचायतों में गौरव पथों की स्वीकृत जीएसएस, भांकरी में आरओबी आदि कार्य भी गिनाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दौसा-गंगापुर रेल लाइन पर भी जून 2019 तक काम पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने रोजगार देने का वादा पूरा करने की बात कही तो भीड़ में से युवा शोर करने लगे। इस पर मुख्यमंत्री बोली कि आपको नहीं मिला होगा, लेकिन जिनको मिला है उनसे पूछो। अब आपका भी नंबर आ जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में कांग्रेस मात्र 300 करोड़ खर्च कर पीठ थपथपाती थी, लेकिन अब उन्होंने 2600 करोड़ का नि:शुल्क इलाज उपलब्ध करा दिया है। उन्होंने गहलोत का नाम लिए बिना निशाना साधते हुएकहा कि पहले सरकार के मुखिया कंगाल होने की बात करते थे, लेकिन हम ऐसा नहीं करते। अब प्रदेश बीमारू नहीं है। कहीं से भी पैसा लाकर प्रदेश को आगे बढ़ाया है। उन्होंने बालिका मीनू महावर, नीरज मीना आदि को मंच पर बुलाकर भामाशाह योजना से के लाभ से लोगों को रू-ब-रू कराया।