मंगलवार को अष्टमी के मौके पर हजारों लोगों ने परिवार समेत माता के दर पर पहुंच कर दर्शन करते हुए मनोतियां मांगी। पदयात्रियों का भी रैला लगा रहा। आस्था के आगे कोरोना गाइड लाइन नजर नहीं आई। लोगों ने मास्क लगाया ना सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा। नियम पालन के लिए प्रशासन भी सक्रिय नजर नहीं आया। पूरा मंदिर परिसर दिन व रात्रि को श्रद्धालुओं से अटा रहा। सोमवार रात्रि से ही श्रद्धालुओं का पहुंचने का सिलसिला मंगलवार शाम तक जारी रहा।
इसके अलावा मेले के दौरान दर्जनों की संख्या में अस्थायी दुकानें भी लगाई गई। जहां भी ग्रामीणों ने जमकर खरीदारी की। मौके पर लालसोट उपखण्ड प्रशासन भी कहीं नजर नहीं आया और पुलिस व्यवस्था के अभाव में मंदिर से कई किमी दूर तक जाम के हालात भी बने रहे। (नि.प्र)
लालसोट. शहर के कल्याण मंदिर से डिग्गी कल्याणजी की पदयात्रा कल्याणधणी के जयकारों के साथ रवाना हुई। वैदिक मंत्रो’चार के बीच ध्वज पूजन के बाद सभी बजारों से गुजरते हुए पदयात्री रवाना हुए। इस मौके पर विजय जांगिड, चंंदालाल सैनी समेत कई जने मौजूद रहे। पदयात्रा 17 सितम्बर को डिग्गी कल्याण जी पहुंचेगी। वहीं अलीपुरा गांव से खुर्रा बीजासणी माता की पदयात्रा रवाना हुई। पालुंदा सरपंच प्रतिनिधि हरसहाय मीना ने यात्रा का झंडा उठा कर रवाना किया। हबीपुरा गांव से हीरामन बाबा से घटवासन माता की 11वीं ध्वजा पदयात्रा रवाना हुुई।(नि.प्र)