वहीं सुबह कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आते ही जिला अधिकारी सक्रिय हो गए। अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश कुमार मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिलसिंह चौहान, दौसा सीओ नरेन्द्र व कोतवालीथाना प्रभारी श्रीराम मीना ने शहर में कफ्र्यू लगाने के लिए रूट चार्ट तैयार किया। अधिकारी दोपहर से ही कोतवाली में डटे रहे। शाम को कफ्र्यू की घोषणा होते ही चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हो गया। बेवजह लोगों को पुलिस ने डण्ठे लगाकर भेज दिया। खासकर लालसोट रोड व पुरानी दौसा में लोग घरों में दुबक गए। अन्य दिनों के मुकाबले ही पुलिसकर्मी सख्त नजर आए।
नागौरी पुलिया भी सुनसान
नागौरी पुलिया की गलियों के मुहानों पर युवा खड़े रहते थे, लेकिन वहां होटल में शरण लिए जमातियों में एक जने के पॉजीटिव आने के बाद सन्नाटा पसर गया। हर कोई घरों में घुस गया।
दौसा. जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित एक जना मिलते ही चिकित्सा विभाग सक्रिय हो गया। पीडि़त व उसके साथियों से मिलने वाले लोगों की तलाश कर उनका सर्वे कराया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार 13 मार्च से लेकर अब तक जमाती सैकड़ों लोगों से मिल चुके हैं। मस्जिदों में भी ठहरे तथा कई लोगों के घर भी गए। ऐसे में चिकित्सा विभाग ने दर्जनों कर्मचारी लगाकर गहनता से घर-घर सर्वे शुरू कर दिया है। पीडि़त सम्पर्क में आए लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ. पीएम वर्मा ने बताया कि जिले में अब तक 121 सैम्पल लिए गए हैं। इनमें से एक पॉजिटिव तथा 114 नेगेटिव हैं। 6 की रिपोर्ट अप्राप्त है। उन्होंने बताया कि जिले में 289 मेडिकल टीमों द्वारा अब तक 1 लाख 60358 घरों के 4 लाख 90000 सदस्यों को सर्वे किया गया। जिले में वर्तमान में 39 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है। 98 चिह्नितों को क्वारेंटाइन में रखा गया है।