कोरोना संक्रमित दो जनों की मौत
से हड़कम्प
मंडावर. तहसील क्षेत्र में कोरोना महामारी ने दो जनों की जान ले ली। इससे लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. विजयनामा ने बताया कि सहायक विकास अधिकारी महुवा के पद पर कार्यरत मंडावर निवासी ओमप्रकाश शर्मा की करीब 6 दिनों से तबीयत खराब थी। उन्होंने 24 अप्रेल को कोरोना जांच का सैम्पल दिया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें होम क्वारंटीन कर उपचार शुरू कर दिया गया। चार दिन पूर्व शर्मा अपनी पत्नी के साथ अस्पताल आकर दवा लेकर गए थे। शनिवार को अचानक तबीयत बिगडऩे से सांस लेने में परेशानी आने लगी। इसके बाद परिजनों ने कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया, लेकिन दिल्ली, जयपुर सहित कहीं भी वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं हो पाई। इसके कारण ओमप्रकाश ने तड़पते-तड़पते दम तोड़ दिया। पीपीई किट पहनकर परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।
वहीं सूर्यनगर कॉलोनी निवासी 42 वर्षीय मनोज जैन को भी 10 दिन पहले खांसी-जुकाम के लक्षण आए थे। कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वह अपने भाई के पास दौसा जाकर इलाज करवा रहा था कि अचानक शनिवार को मनोज को सांस लेने में तकलीफ होने पर ऑक्सीजन लेवल गिरता चला गया। कुछ देर में मनोज ने दम तोड़ दिया।
से हड़कम्प
मंडावर. तहसील क्षेत्र में कोरोना महामारी ने दो जनों की जान ले ली। इससे लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. विजयनामा ने बताया कि सहायक विकास अधिकारी महुवा के पद पर कार्यरत मंडावर निवासी ओमप्रकाश शर्मा की करीब 6 दिनों से तबीयत खराब थी। उन्होंने 24 अप्रेल को कोरोना जांच का सैम्पल दिया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें होम क्वारंटीन कर उपचार शुरू कर दिया गया। चार दिन पूर्व शर्मा अपनी पत्नी के साथ अस्पताल आकर दवा लेकर गए थे। शनिवार को अचानक तबीयत बिगडऩे से सांस लेने में परेशानी आने लगी। इसके बाद परिजनों ने कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया, लेकिन दिल्ली, जयपुर सहित कहीं भी वेंटीलेटर की व्यवस्था नहीं हो पाई। इसके कारण ओमप्रकाश ने तड़पते-तड़पते दम तोड़ दिया। पीपीई किट पहनकर परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।
वहीं सूर्यनगर कॉलोनी निवासी 42 वर्षीय मनोज जैन को भी 10 दिन पहले खांसी-जुकाम के लक्षण आए थे। कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वह अपने भाई के पास दौसा जाकर इलाज करवा रहा था कि अचानक शनिवार को मनोज को सांस लेने में तकलीफ होने पर ऑक्सीजन लेवल गिरता चला गया। कुछ देर में मनोज ने दम तोड़ दिया।