लोगों ने बताया कि नगरपालिका में लोगों को पट्टों के लिए फाइलें जमा कराए कई वर्ष बीत गए, लेकिन अभी तक पट्टे जारी नहीं किए जा रहे। जन कल्याण शिविर में जमा कराई फाइलें धूल फांक रही हैं। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र व एनओसी के लिए लोग भटक रहे हैं। शहर में पानी की समस्या लोगों के लिए नासूर बनी हुई है, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि व प्रशासन का आमजन की सुविधाओं से कोई सरोकार दिखाई नहीं दे रहा है। मजबूरन लोगों को आन्दोलन पर उतारू होना पड़ रहा है।
पार्षद महेश यादव ने बताया कि रविवार को वार्ड 24 मालीपुरा के लोग धरने का समर्थन देंगे। पार्षद सुरेन्द्र मीणा व मुकेश माल ने बताया कि यदि सोमवार तक समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंप मंगलवार से अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने बताया कि जब तक पांच सूत्री मांगों पर कार्रवाई नहीं होगी, आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि नगरपालिका चेयरमैन व अधिशासी अधिकारी पालिका कार्यालय आकर चले जाते हैं, लेकिन 9 दिन से धरना जारी होने के बाद भी दोनों ने आकर समस्याओं के समाधान को लेकर बात करना तक उचित नहीं समझा।
पालिका प्रशासन की हठधर्मिता एवं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के कारण लोगों की मांगों की अनदेखी की जा रही है। शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। रोडलाइटें खराब पड़ी होने से शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। पानी निकास नहीं होने से रास्तों में पानी भराव हो रहा है। इससे आमजन परेशान होने लगा है।
इस मौके पर दीनबंधु फोरेस्टर, कुंजबिहारी शर्मा, रामहेत मीणा, दुर्गाप्रसाद नडेलिया, रामेश्वरप्रसाद शर्मा, मूलचंद शर्मा, श्यामसुंदर शर्मा, गोपालकृष्ण जायसवाल, वैद्य पूरणमल शर्मा, राजकुमार, मोहनलाल एवं पार्षद होशियारसिंह कर्दम, सुरेश धवन व बाबूसिंह गुर्जर ने भी धरने पर बैठकर विरोध जताया।