इस दौरान सिकराय उपखंड अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों से भी कर्नल बैंसला ने बात की तथा महापंचायत की अनुमति देने की मांग की। प्रशासनिक अधिकारियों ने महापंचायत की अनुमति देने में असमर्थता जताई। इसके बाद कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने प्रेस वार्ता कर महापंचायत स्थित करने की घोषणा की।
बता दें कि गौरतलब है कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा का दामन थामने के बाद गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति को लेकर हुए विवाद पर चर्चा के लिए सिकंदरा में महापंचायत की घोषणा की गई थी।
गुर्जर एकता को लेकर किरोड़ी सिंह बैंसला ने ली Emergency बैठक, 20 अप्रेल को करने जा रहे हैं महापंचायत मंगलवार को बैंसला के घर गुर्जर नेताओं की एक अहम बैठक में विजय बैंसला, शैलेन्द्र गुर्जर, भूरा भगत समेत समाज के कई प्रमुख गुर्जर नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद बैंसला ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि हमे निकालने वाले खुद निकल चुके। उन्हें तो समिति से पहले ही निकाला जा चुका है। भाजपा में शामिल होने को लेकर बैंसला ने कहा कि वो एक अलग मुद्दा है। मैंने बीजेपी का दामन सामाजिक और राष्ट्रीय कारणों की वजह से थामा है।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से निष्काषित किए जाने पर कर्नल बैंसला ने कहा कि कौन हिम्मत सिंह, ये मेरी आरक्षण संघर्ष समिति है। इस समिति में काम किए जाते है, निर्णय लिए जाते हैं।
बैंसला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, सरकार के साथ जो समझौता हुआ, उसमें कुछ फेरबदल हुआ तो इसका परिणाम सरकार को भुगतना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि आरक्षण मामले में किसी भी तरह की कोताही बरती गई तो आंदोलन भी किया जाएगा।