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लॉकडाउन में दौसा आगार भुगत चुका है 390 लाख का घाटा

locationदौसाPublished: May 24, 2020 10:07:04 am

Submitted by:

Rajendra Jain

65 दिन से बंद हैं बसें : जयपुर से आई हैं चार रोडवेज बसें

लॉकडाउन में दौसा आगार भुगत चुका है 390 लाख का घाटा

दौसा. करीब 2 महीने बाद दौसा आगार में जयपुर डिपो की बस आई।

दौसा. राजस्थान रोडवेज का दौसा आगार प्रबंधन कोरोना रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन में 20 मार्च से 23 मई तक करीब 390 लाख रुपए का घाटा भुगत चुका है। प्रदेश में जहां शनिवार से रोडवेज बसों के संचालन की घोषणा की जा चुकी है, लेकिन दौसा आगार की बसें अभी संचालित नहीं हो पाई है। यहां तक की शनिवार को रोडवेज प्रशासन की ओर से दौसा जिले में चार बसें ही आ पाई है, इनमें भी गिने-चुने यात्री आए हैं। जबकि सरकार ने हाल ही रोडवेज बसों के संचालन की घोषणा की तो लोग खुश हो गए, लेकिन अभी दौसा आगार से बसों के संचालन के आदेश नहीं आए हैं।
दौसा रोडवेज बस डिपो में करीब 60 बसें 47 रुटों पर संचालित होती है। इन बसों से रोडवेज प्रबंधन को प्रतिदिन करीब 6 लाख रुपए की आमद होती है। जबकि दौसा आगार की बसें लॉकडाउन के दो दिन पहले यानि 20 मार्च से ही बंद कर हैं। 23 मई तक 65 दिन हो गए हैं।
इस प्रकार अब तक डिपो को करीब 3 करोड 90 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। बसें अभी आगार में ही खड़ी हैं।
स्वयं के साधनों के भरोसे यात्री
इस वक्त कोरोना लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। लोगों को जिले में तो आवागमन की जरूरत पड़ती है। वहीं कई लोगों को जयपुर, आगरा, बीकानेर, जोधपुर, अलवर, सवाईमाधोपुर व सौरोजी आदि स्थानों पर आवागमन की जरूरत भी पड़ रही है। रोडवेज बसें नहीं मिलने से अधिकांश लोग अपने स्वयं के वाहनों से आवागमन करना पड़ता है। अन्य प्राइवेट वाहनों भी बंद हैं। गौरतलब है कि दौसा शहर से जयपुर, लालसोट, बांदीकुई सहित आसपास के शहरों में कई लोग अपडाउन करते हैं। इन दिनों बाजार खुलने से उन्हें बाहर जाना पड़ता है, लेकिन वाहन सुविधा नहीं मिलने पर उन्हें खासी दिक्कत हो रही हैं। अधिकतर लोग निजी साधन बाइक व कार आदि से जा रहे हैं।
ऑनलाइन हो रही है टिकटों की बुकिंग
दौसा आगार के प्रबंधक संचालक हेमराज मीना ने बताया कि अभी जयपुर मुख्यालय से दौसा जिले के लिए चार बसों का संचालन किया गया है। इनमें दो बसें दौसा और दो बसें लालसोट के लिए चलाई गई हैं। इनमें बैठने वाली सवारियों के टिकट ऑनलाइन किए जा रहे हैं। इसके बाद सवारियों को स्क्रीनिंग करके ही बैठाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जयपुर से जो बसें चल रही हैं, वे वहीं से सेनेटाइज होकर चल रही है। अभी सुबह सात से शाम सात बजे तक ही बसों के संचालन के आदेश हैं।
अभी मुख्यालय से ही संचालन
रोडवेज बस प्रबंधन ने अभी तक जयपुर मुख्यालय से ही बसें चलाई है। दौसा के लिए चार बसें भेजी है। इन बसों का सफलतापूर्वक संचालन हुआ तो फिर दौसा आगार की बसों के संचालन की अनुमति मिलेगी।
कैलाश चन्द्र मीना, मुख्य प्रबंधक दौसा आगार

फैक्ट फाइल
60 – दौसा आगार में कुल बसें
47 – दौसा आगार में कुल रूट
65 – कितने दिन से बसें बंद
6 लाख – प्रतिदिन की आमद
390 लाख -अब तक का घाटा

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