कोतवाली थाना प्रभारी मदन जेफ ने बताया कि बताया कि जनवरी २०१६ में दौसा के माणक चौक निवासी अमित जैन ने रिपोर्ट दर्ज कराईथी कि किसी ने उनको एचडीएफसी बैंक से ऋण दिलाने का ऑफर देकर ४ लाख रुपए ठग लिए। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो आरोपितों का ठिकाना दिल्ली निकला।
एक आरोपित भानूप्रताप सिंह को पुलिस ने छह दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मोबाइल कम्पनी की डायरेक्टरी से ऑन लाइन डेटा ले कर अपने कॉल सेंटर से लोगों को उनके मोबाइल नम्बरों से फोन कर ऋण दिलाने के मामले में दिल्ली के त्रिलोकपुरी चिल्ला गांव निवासी आमिर हुसैन को गिरफ्तार कर पूछताछ कर शुरू कर दी है। जबकि भानूप्रताप सिंह ५ दिन के रिमाण्ड पर चल रहा है जिसको सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक योगेश यादव के निर्देश पर उन्होंने सब इन्सपेक्टर प्रवीण कुमार, कांस्टेबल पन्नालाल व लक्ष्मीकांत शर्मा ।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस ने बताया कि ये लोग मोबाइल कम्पनी की डायरेक्टरी से डेटा ऑनलाइन लेकर उसमें से लोगों के मोबाइल नम्बर चिह्नित कर उनको अपने कॉल सेंटर से एचडीएफसी बैंक अधिकारी बन कर कॉल करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपितों के पास करीब दो दर्जन बैंक खाते हैं। इन्होंने एक फर्म ‘सिटी क्लबÓ के नाम से बना रखी थी जिसका डायरेक्टर आमिर हुसैन ही था। उन्होंने अपने फर्जी दस्तावेज बना रखे थे, जिनसे वे बैंकों में खाता खुलवा कर लोगों से रुपए डलवाते थे। जब लोग उनका पीछा करते थे वे उन रुपयों को दूसरे खातों में डाल देते थे।