Delhi-Mumbai Express Highway to be built with crores of tons of illegal mining संवेदक किसानों से कर रहे हैं सम्पर्क
प्रस्तावित दिल्ली-मुम्बई हाइवे एक्सप्रेस दिल्ली से अलवर होता हुआ राजस्थान में प्रवेश करेगा। अलवर, दौसा, टोंक, सवाईमाधोपुर आदि इलाकों में होकर गुजरेगा। इन जिलों में प्रस्तावित हाइवे के तीन-चार किलोमीटर की दूरी तक मिट्टी खरीदने के लिए संवेदक किसानों से सम्पर्क कर रहे हैं। मोलभाव सिर्फ संवेदक एवं किसान के बीच हो रहा है। इसकी प्रशासनिक अधिकारियों को भनक नहीं है। बिना अनुमति मिट्टी के खनन की तैयारी की जा रही है। प्रस्तावित हाइवे जमीन से औसतन 15 फीट ऊंचा बनेगा। अभियंताओं के हिसाब से इसमें करोड़ों टन मिट्टी की खपत होगी। यह मिट्टी संवेदक आसपास के किसानों से ही खरीद कर ही हाइवे में बिछाएगा।
प्रस्तावित दिल्ली-मुम्बई हाइवे एक्सप्रेस दिल्ली से अलवर होता हुआ राजस्थान में प्रवेश करेगा। अलवर, दौसा, टोंक, सवाईमाधोपुर आदि इलाकों में होकर गुजरेगा। इन जिलों में प्रस्तावित हाइवे के तीन-चार किलोमीटर की दूरी तक मिट्टी खरीदने के लिए संवेदक किसानों से सम्पर्क कर रहे हैं। मोलभाव सिर्फ संवेदक एवं किसान के बीच हो रहा है। इसकी प्रशासनिक अधिकारियों को भनक नहीं है। बिना अनुमति मिट्टी के खनन की तैयारी की जा रही है। प्रस्तावित हाइवे जमीन से औसतन 15 फीट ऊंचा बनेगा। अभियंताओं के हिसाब से इसमें करोड़ों टन मिट्टी की खपत होगी। यह मिट्टी संवेदक आसपास के किसानों से ही खरीद कर ही हाइवे में बिछाएगा।
बिगड़ेगी सड़कों की सूरत
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे में मिट्टी डम्परों में लाई जाएगी। यह मिट्टी ग्रामीण सड़कों से परिवहन की जाएगी। जिले में सड़कों की सूरत पहले से ही खराब है। यदि इन सड़कों से मिट्टी लाइने वाले वाहन गुजरेंगे तो हालत और भी खराब हो जाएगी। इसका ताजा उदाहरण यह है कि दौसा से लालसोट तक बने हाइवे पर भी कम्पनी ने आसपास के गांवों से मिट्टी बिछाई का काम किया। ऐसे में आसपास की सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। एक वर्ष हो गया, लेकिन आज तक इन सड़कों की मरम्मत नहीं कराई है।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे में मिट्टी डम्परों में लाई जाएगी। यह मिट्टी ग्रामीण सड़कों से परिवहन की जाएगी। जिले में सड़कों की सूरत पहले से ही खराब है। यदि इन सड़कों से मिट्टी लाइने वाले वाहन गुजरेंगे तो हालत और भी खराब हो जाएगी। इसका ताजा उदाहरण यह है कि दौसा से लालसोट तक बने हाइवे पर भी कम्पनी ने आसपास के गांवों से मिट्टी बिछाई का काम किया। ऐसे में आसपास की सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। एक वर्ष हो गया, लेकिन आज तक इन सड़कों की मरम्मत नहीं कराई है।
सात जिलों में होकर गुजरेगा
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे वाया वडोदरा 148 एन राजस्थान के 7 जिलों की 18 तहसीलों में होते हुए गुजरेगा। इसमें प्रदेश की करीब 14 हजार 944 हैक्टेयर भूमि (करीब 60 हजार बीघा) काम आएगी। दौसा जिले की करीब 3 हजार 480 हैक्टेयर भूमि काम आएगी। प्रदेश के सभी सातों जिलों में जिन-जिन तहसीलों से यह हाइवे गुजरेगा, उनसे सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी भूमि अधिग्रहण की तैयारी में लगे हुए हैं।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे वाया वडोदरा 148 एन राजस्थान के 7 जिलों की 18 तहसीलों में होते हुए गुजरेगा। इसमें प्रदेश की करीब 14 हजार 944 हैक्टेयर भूमि (करीब 60 हजार बीघा) काम आएगी। दौसा जिले की करीब 3 हजार 480 हैक्टेयर भूमि काम आएगी। प्रदेश के सभी सातों जिलों में जिन-जिन तहसीलों से यह हाइवे गुजरेगा, उनसे सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी भूमि अधिग्रहण की तैयारी में लगे हुए हैं।
Delhi-Mumbai Express Highway to be built with crores of tons of illegal mining