बैठक में समाज के लोगों ने सरकार द्वारा एमबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को भर्तियों में बैकलॉग नहीं देने पर नाराजगी जताई। समाज के लोगों ने कहा कि सरकार समझौते के अनुसार एमबीसी अभ्यर्थियों को भर्तियों में बैकलॉग नहीं दे रही है। इससे समाज के अभ्यर्थी भर्तियों में शामिल होने से वंचित रह रहे है। आगामी दिनों में आंदोलन पर रणनीति बनाने तथा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से मिलने का निर्णय लिया।
समाज के लोगों ने बताया कि सरकार द्वारा जल्द ही अभ्यर्थियों की मांग नहीं मानी गई तो आगामी दिनों में समाज आंदोलन की राह भी अपना सकता है। बैठक में गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष रामचंद्र खूंटला, देव सेना जिलाध्यक्ष एडवोकेट जलसिंह कसाना, श्रवण सिंह सूबेदार, युवा गुर्जर महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष मानङ्क्षसह बुर्जा, धारासिंह बासड़ा, रामप्रसाद पटेल, विश्वम्बर बासड़ा, सीताराम बावनपाड़ा सहित अभ्यर्थी भी मौजूद थे।
ग्रामीण नवलकिशोर रोछियां ने बताया कि फाटक संख्या 150 को रेलवे ने करीब 30 वर्ष पहले बंद कर दिया और फाटक के आगे दूसरा 149 फाटक बना हुआ है। रेलवे 149 फाटक को बंद कर उसकी जगह फाटक संख्या 150 पर अण्डरपास बना रही है, लेकिन उसे बिल्कुल सीधा बना रही है। इसके कारण फाटक संख्या 149 को जाने के लिए रास्ता बंद हो जाता है। ग्राम पंचायत ने 149 फाटक तक सीसी रोड बना रखी है, लेकिन रेलवे रास्ता बंद कर रही है। इसके कारण न्यू कॉलोनी व करीब 14 ढाणियों का रास्ता बंद हो जाता है, लेकिन रेलवे का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
मिसकिनअली शाह उर्फ सद्दाम ने बताया कि फाटक संख्या 149 के पास में कब्रिस्तान बने हुए हैं। यहीं दरगाह भी है। रेलवे ने रास्ता बंद किया तो दरगाह व कब्रिस्तान में आने में परेशानी होगी। लोगों ने बताया कि रेलवे को अण्डरपास से फाटक संख्या 149 को जाने के लिए रास्ता बना देना चाहिए। इस मौके पर कालूराम मीणा, गणेश सैनी,सत्यनारायण रोछियां, हजारीलाल बसेटिया, रामदयाल रैगर, भजनी मीणा, रामजीलाल मीणा, कालू, उमाशंकर, विक्रम सैनी, शंकर योगी, रामजीलाल मीणा, तीजा, जमना, कमली, घोटी मीणा आदि थे।