scriptपानी की कमी बनी डायलिसिस की सुविधा में दुविधा | Dilemma in the lack of water shortage dialysis facility | Patrika News

पानी की कमी बनी डायलिसिस की सुविधा में दुविधा

locationदौसाPublished: May 17, 2019 08:59:57 am

Submitted by:

Rajendra Jain

जिला चिकित्सालय: किडनी के मरीजों को झेलनी पड़ रही परेशानी

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पानी की कमी बनी डायलिसिस की सुविधा में दुविधा

दौसा. जिले में सरकारी स्तर पर डायलिसिस की सुविधा केवल जिला चिकित्सालय में ही उपलब्ध है, लेकिन किडनी के मरीजों के रक्त शुद्धिकरण की प्रक्रिया के लिए डायलिसिस की सुविधा गर्मी का सीजन शुरू होते ही पानी की समस्या से प्रभावित होने लगी है। गत दो-तीन दिन से तो पानी की समस्या अधिक गहराने से यह सुविधा लगभग बंद है। इससे यहां आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को डायलिसिस नहीं होने से मायूसी ही हाथ लग रही है।
जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय में मार्च 2018 में पीपीपी मोड पर डायलसिस की सुविधा शुरू की गई थी। इसके बाद से 1 हजार से अधिक बार मरीज डायलिसिस कराकर लाभान्वित भी हो चुके है। डायलिसिस की प्रक्रिया के दौरान काफी मात्रा में मिनरल वाटर (शुद्व पानी) की भी जरूरत रहती है, लेकिन पानी की कमी के कारण गत मंगलवार एवं बुधवार को तो एक भी डायलसिस नहीं हो सका एवं मरीजों को वापिस ही भेजना पड़ गया। हालांकि गुरुवार को मुश्किल से एक मरीज का डायलिसिस किया जा सका है। जबकि किडनी के मरीज को शिड्यूल के अनुसार डायलिसिस कराने की जरुरत होती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।
इस संबंध में डायलिसिस केन्द्र प्रबंधन की ओर से चिकित्सालय प्रशासन को पानी की कमी के बारे में अवगत करा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद पानी की सप्लाई सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है। ऐसे में पानी की कमी के चलते जिला चिकित्सालय में शुरू की गई डायलिसिस की सुविधा किडनी के मरीजों के लिए दुविधा बन गई है। गौरतलब है कि गत वर्ष भी पानी की समस्या के कारण जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा प्रभावित हुई थी, लेकिन इसके बावजूद केन्द्र में पानी की समुचित सप्लाई के लिए कोई ठोस प्रबंध नहीं हो सका है। (ग्रामीण)
रहती है पानी की जरुरत
एक मरीज के डायलिसिस में करीब 200 लीटर शुद्ध पानी की आवश्यकता होती है। ऐसे में पानी को शुद्ध करने के लिए डायलिसिस केन्द्र में ही कंपनी की ओर से प्लान्ट लगाया गया है। इससे करीब 600 लीटर पानी से 200 लीटर शुद्ध पानी ही तैयार हो पाता है।
नि:शुल्क केटेगिरी के होते हैं डायलिसिस
जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा पीपीपी मोड पर शुरू की गईहै। इसका प्रबंधन राही केयर कंपनी करती है। महिला, सीनियर सिटीजन, भामाशाह, बीपीएल कार्डधारकों आदि के लिए यह सुविधा नि:शुल्क है। इसके अलावा अन्य मरीजों के लिए एक बार डायलसिस के लिए 1084 रुपए शुल्क तय है। जिला चिकित्सालय में अधिकांश नि:शुल्क केटेगिरी के लोग ही डायलसिस के लिए आते हैं।
करा दिया अवगत
डायलिसिस केन्द्र पर पानी की कमी अखर रही है। ऐसे में मरीजों को वापिस तक भेजना पड़ रहा है। इस संबंध में चिकित्सायल प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है।
मानूष बनर्जी, रीजनल मैनेजर, राही केयर कंपनी
केबल फाल्ट हो गई
जिला चिकित्सालय में पानी की सप्लाई के लिए बड़ी केबल फाल्ट हो गई है। इस संबंध में एनएचएम के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। ऐसे में केबल सही होने तक डायलिसिस के लिए पानी की आपूर्ति टैंकरों के माध्यम से कराई जाएगी।
डॉ. सीएल मीना, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय, दौसा
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