Disarrangement in Sikandra Hospital इसी बात से गुस्साएं ग्रामीणों ने मुख्य द्वार पर सीएचसी प्रभारी चिकित्सक डॉ. एस. एन शर्मा के खिलाफ भी नारे लगाए। ग्रामीणों का कहना था कि हड्डी रोग चिकित्सक सप्ताह में एक बार ही अस्पताल में बैठता है। इससे दुर्घटना के मरीजों को दौसा या जयपुर रैफर कर दिया जाता है। गौरतलब है कि दो माह पूर्व जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने सीएचसी का औचक निरीक्षक किया था। इस दौरान उन्हें चिकित्सक व अन्य स्टाफ नदारद मिला था। इसके बाद चिकित्सा व्यवस्थाएं दुरस्त नहीं हुई है। ग्रामीणों ने जल्द अस्पताल की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुगनलाल मीना ने बताया कि पूर्व में भी अस्पताल में चिकित्सकों शिकायत मिली है। जिसे सरकार के उ’चाधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत कराया है। जल्द ही निरीक्षण कर लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाही के लिए पत्र लिखा जायेगा। इस संबंध में चिकित्सा प्रभारी डॉ. एस एन शर्मा से दूरभाष से सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताया गया।
कुण्डल पत्रिका. कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मंगलवार को ओपीडी समय के बाद पहुंचे मरीजों ने दवा देने की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। मंगलवार को मोहर्रम के अवकाश के चलते अस्पताल का समय 11 बजे तक था, लेकिन 11 बजे बाद अस्पताल पहुंचे मरीजों को चिकित्साकर्मीयों द्वारा अस्पताल समय पूरा होने की बात कहने पर वे बिफर गए।मरीजों ने चिकित्सकों से जांच कर दवा देने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया।
मामला बढ़ता देख कार्यवाहक चिकित्साप्रभारी डा. राजपाल मीना ने कोलवा थाने को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची कोलवा थाना पुलिस और कुण्डल सरपंच राजेन्द्र कुमार शर्मा ने समझाइश कर मामला शांत करवाया।
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