इसके बाद शाम को प्रशासन से नाराज धरने पर बैठे लोगों ने महुवा के अंदर से होकर गुजर रहे आगरा-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा अलवर-करौली राजमार्ग पर जाम लगा दिया। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। करीब 20 मिनट तक दोनों राजमार्गों पर जाम लगा रहा। बाद में डॉ. किरोड़ी ने ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया। वहीं कांग्रेस नेता अजय बोहरा सहित ब्राह्मण समाज के अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर पुजारी को न्याय दिलाने की मांग की है। गौरतलब है कि पिछले 3 दिन से पुजारी का शव थाने के बाहर रखकर धरना चल रहा है। इसके अब प्रदेशभर से लोग पहुंच रहे हैं।
कार्रवाई नहीं होने तक नहीं हटे धरना
सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सरकार के नुमाइंदों द्वारा झूठा आश्वासन दिया जा रहा है। तीन-चार दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जा रहा है। महुवा कस्बे सहित अन्य जगहों पर मंदिर माफी जमीनों पर किए गए निर्माण को नहीं तोड़ा जाएगा, तब तक धरना समाप्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार गहरी नींद में है, पूर्व में भी करौली जिले में एक पुजारी की हत्या कर दी गई थी। अब टीकरी निवासी मुक बधिर पुजारी द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत खुलकर सामने आ रही है। ऐसे में जब तक पुजारी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वह धरने से नहीं हटेंगे।
इधर, धरना स्थल पर मौजूद देवीसहाय शर्मा नामक व्यक्ति अनशन पर बैठा हुआ है। सोमवार को अनशनकारी की तबीयत खराब होने के बाद मेडिकल चेकअप भी किया गया। चालक को किया लाइन हाजिर
महुवा. धरने के दौरान थाना पुलिस के वाहन चालक की कुछ युवकों से कहासुनी की शिकायत लोगों ने डॉ. किरोड़ी मीणा से की। इस पर डॉ. मीणा पुलिस थाने पहुंचे और अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में वाहन चालक को लाइन में भेज दिया गया।
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने पुलिस थाने में जन समस्या समाधान शिविर भी शुरू किया। लोगों की समस्याओं को लेकर उन्होंने अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। इस दौरान बिजली, सडक़, नगर पालिका और पेयजल से संबंधित समस्याएं सामने आई। कई सवालों पर अधिकारी जवाब नहीं दे पाए।