श्रद्धालुओं को बैरंग लौटा रहे थानाकर्मी
मेहंदीपुर बालाजी आने वाले श्रद्धालुओं की मंदिर की चौखट पर मत्था टेकने की कामना भी बालाजी थाना पुलिस की सख्ती के कारण धूमिल हो रही है। बालाजी थाना पुलिस श्रद्धालुओं व कस्बे में प्रवेश करने वाले रास्ते पर थाने के सामने बैरियर लगाकर श्रद्धालुओं को सख्ती से थाने के सामने से ही बैरंग लौटा रही है। इसको लेकर मेहंदीपुर बालाजी कस्बे के व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के कपाट प्रशासन द्वारा कोविड-19 गाइडलाइन का हवाला देकर 11 जनवरी को अनिश्चित काल के लिए बंद कर श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों पर रोक लगा दी थी।
मेहंदीपुर बालाजी आने वाले श्रद्धालुओं की मंदिर की चौखट पर मत्था टेकने की कामना भी बालाजी थाना पुलिस की सख्ती के कारण धूमिल हो रही है। बालाजी थाना पुलिस श्रद्धालुओं व कस्बे में प्रवेश करने वाले रास्ते पर थाने के सामने बैरियर लगाकर श्रद्धालुओं को सख्ती से थाने के सामने से ही बैरंग लौटा रही है। इसको लेकर मेहंदीपुर बालाजी कस्बे के व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के कपाट प्रशासन द्वारा कोविड-19 गाइडलाइन का हवाला देकर 11 जनवरी को अनिश्चित काल के लिए बंद कर श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों पर रोक लगा दी थी।
कोहरे का असर, रेलगाडिय़ों का बिगड़ा टाइम टेबल
बांदीकुई. सर्दी का सितम बीते दो हफ्तों से बरकरार है। मुसाफिरों पर कोहरे की मार भी बदस्तूर जारी दिखाई पड़ता हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी भी अब कोहऱे के चलते दिखाई पड़ती ह़ै। रेलयात्री स्टेशन पर अपनी सवारी गाडियों का इंतजार करते नजर आते हैं। शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें प्रवाहित रही। घने कोहरे का सड़क यातायात व रेलगाडिय़ों पर सबसे ज्यादा देखने को मिल रही हैं। रेल सूत्रों.के अनुसार बीते दिनों से पड़ रहे कोहरे से विजिबिलिटी की कमी के चलते ट्रेनों की रफ्तार थमती नजर आई।
बांदीकुई. सर्दी का सितम बीते दो हफ्तों से बरकरार है। मुसाफिरों पर कोहरे की मार भी बदस्तूर जारी दिखाई पड़ता हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी भी अब कोहऱे के चलते दिखाई पड़ती ह़ै। रेलयात्री स्टेशन पर अपनी सवारी गाडियों का इंतजार करते नजर आते हैं। शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें प्रवाहित रही। घने कोहरे का सड़क यातायात व रेलगाडिय़ों पर सबसे ज्यादा देखने को मिल रही हैं। रेल सूत्रों.के अनुसार बीते दिनों से पड़ रहे कोहरे से विजिबिलिटी की कमी के चलते ट्रेनों की रफ्तार थमती नजर आई।