सिकंदरा निवासी मानङ्क्षसह बुर्जा का कहना है कि क्षेत्र में राजस्व विभाग की उदासीनता के कारण काफी लम्बे समय से अमीनात नहीं हो सकी। इससे गांवों में आमरास्तों पर अतिक्रमण प्रमुख समस्या बन गई। गांव के रास्तों पर सड़क निर्माण नहीं हो रहे है। इस समस्या के कारण कई गांवों का विकास थम सा गया है। रामप्रसाद पटेल का कहना था कि पेयजल समस्या क्षेत्र का बड़ा मुद्दा है। भूमि का पेयजल स्तर गिरने से क्षेत्र के अधिकांश गांवों में पीने के पानी की किल्लत है। गांवों में पेयजल की बड़ी योजना बनाकर समस्या का निराकरण किया जाए।
एडवोकेट जलङ्क्षसह कसाना का कहना है कि चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे कर राजनेता आते हैं। इसके बाद क्षेत्र के लोगों से दूरी बना लेते हैं। सिकंदरा क्षेत्र के लोग करीब एक दशक से बालिका कॉलेज खुलवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी के जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। कॉलेज के अभाव में बालिका उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाती है।
रामअवतार कसाना कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जरूरत है। जनप्रतिनिधि स्थानीय समस्याओं के निराकरण कराने के साथ देश हित में सकारात्मक सोच रखने वाला हो। पूर्व सरपंच गिर्राज पटेल का कहना है कि आमजन से जुड़ाव रखने वाला जनप्रतिनिधि को चुनेंगे। इससे क्षेत्र का विकास हो सके। धर्मसिंह कसाना ने कहा कि देश हित के साथ विकास भी चुनावी मुद्दा है।
महेन्द्र शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने वाला जनप्रतिनिधि हो। जातिवाद और क्षेत्र वाद चुनाव में हावी नहीं होने चाहिए। रामकिशोर गुर्जर ने कहा कि धनबल व बाहुबली से चुनाव लडऩे वालों को सिरे से नकारा जाएगा। सिकंदरा में रोजगार के लिए उद्योग इकाइयां लगाई जाए। घासीलाल सैनी ने कहा कि क्षेत्र के प्रसिद्ध सैण्ड स्टोन व्यापार पर सिलिकोसिस बीमारी का गृहण लगा हुआ है। सैकड़ों की संख्या में लोग बीमारी से मर चुके है। पत्थर व्यापार को बढ़ावा देने व सिलिकोसिस बीमारी के रोकथाम के कारगार प्रयास होने चाहिए।
ये है क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे:-
– गिरते जलस्तर को बनाए रखने के लिए चंबल का पानी बांधों में लाने की वृहद योजना बने।
– गांवों में पेयजल के लिए नलकूप व उच्च जलाशय टंकियों का निर्माण हो।
– उच्च शिक्षा के लिए बालिकाओं को शहरों में जाना पड़ता है। क्षेत्र में बालिका कॉलेज खुले।
– गांवों में उपस्वास्थ्य केन्द्र व पीएचसी, सीएचसी पर पर्याप्त चिकित्साकर्मी लगाए जाए। फिलहाल अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों के पद रिक्त पड़े हंै।
– विद्यालयों में बालकों के अनुपात में शिक्षकों की नियुक्ति हो।
– सैण्ड स्टोन को बढ़ावा देने के लिए शिल्पपार्क योजना का क्रियान्वयन हो।
– पत्थर श्रमिकों में बढ़ रही सिलिकोसिस बीमारी के रोकथाम के प्रयास।
– आमजन की समस्याओं का समय पर निराकरण के लिए मॉनिटरिगं कमेटी बनाई जाए।
– क्षेत्र में जर्जर सड़कों का नवीनीकरण हो।
– गिरते जलस्तर को बनाए रखने के लिए चंबल का पानी बांधों में लाने की वृहद योजना बने।
– गांवों में पेयजल के लिए नलकूप व उच्च जलाशय टंकियों का निर्माण हो।
– उच्च शिक्षा के लिए बालिकाओं को शहरों में जाना पड़ता है। क्षेत्र में बालिका कॉलेज खुले।
– गांवों में उपस्वास्थ्य केन्द्र व पीएचसी, सीएचसी पर पर्याप्त चिकित्साकर्मी लगाए जाए। फिलहाल अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों के पद रिक्त पड़े हंै।
– विद्यालयों में बालकों के अनुपात में शिक्षकों की नियुक्ति हो।
– सैण्ड स्टोन को बढ़ावा देने के लिए शिल्पपार्क योजना का क्रियान्वयन हो।
– पत्थर श्रमिकों में बढ़ रही सिलिकोसिस बीमारी के रोकथाम के प्रयास।
– आमजन की समस्याओं का समय पर निराकरण के लिए मॉनिटरिगं कमेटी बनाई जाए।
– क्षेत्र में जर्जर सड़कों का नवीनीकरण हो।