परीक्षा में नकल रोकथाम के लिए उडऩदस्ते की ८ टीमों का गठन किया गया था। इसमें चार विश्वविद्यालय की एवं चार जिला प्रशासन की तरफ से लगाई गई थी। सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का जाप्ता तैनात रहा।
परीक्षा के जिला समन्वयक डॉ. सतिश सिंहल ने बताया कि जिला मुख्यालय पर आयोजित परीक्षा के लिए ३० परीक्षा केंद्र बनाए गए। परीक्षा में ११ हजार १२० परीक्षार्थी पंजिकृत थे। इसमें ६०३ परीक्षार्थी अनुपस्थित रहकर १० हजार ५१७ ने परीक्षा दी। पीटीईटी के ७८९८ व चार वर्षीय बीएड कोर्स के २६१९ परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
पहचान पत्र के लिए भटकते रहे परीक्षार्थी
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए प्रवेश पत्र के साथ फोटो युक्त पहचान पत्र अनिवार्य होने के कारण कई परीक्षार्थी आईडी साथ नहीं लाए। ऐसे में कई परीक्षार्थी प्रवेश के लिए भटकते रहे। बाद में परिजनों को फोन कर पहचान पत्र मंगवाए।
मोबाइल जमा नहीं होने से हुए परेशान
कई परीक्षार्थी शहरों, कस्बों व गांवों से आने की वजह से सुबह जल्दी ही घर से निकल गए। ऐसे में घरवालों को सूचना देने के लिए मोबाइल भी साथ ले आए, लेकिन मोबाइल परीक्षा केंद्र पर जमा नहीं होने व रविवार के चलते बाजार बंद होने से उन्हे मोबाइल जमा कराने के लिए काफी भटकना पड़ा। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश के लिए लम्बी कतार लग जाने से परीक्षार्थियों को काफी देर तक धूप में तपना पड़ा।
परीक्षा के बाद रोड जाम
परीक्षा समाप्त होते ही शहर के लालसोट रोड व आगरा रोड पर जाम के हालत बन गए। शहर की सड़को पर एक साथ यातायात का दबाव बढ़ जाने से रोड जाम हो गए। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।