दौसा

आबकारी विभाग की अनदेखी: हाइवे पर लगे शराब दुकानों के बोर्ड

Excise department ignored: boards of liquor shops on highway…. आदेशो की उड़ रही है धज्जियां

दौसाOct 17, 2019 / 10:09 am

Rajendra Jain

दौसा. हाइवे पर लगा शराब की दुकान का साइन बोर्ड।


सिकंदरा. दौसा जिला आबकारी विभाग न्यायालय द्वारा हाइवे पर शराब की दुकानों के साईन बोर्ड नहीं लगाने के आदेशों की पालना कराने में नाकाम साबित हो रहा है। जिले में जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग 21 व स्टेट व मेगाहाइवे पर दर्जनों जगह शराब दुकानों के बोर्ड लगे हैं।
Excise department ignored: boards of liquor shops on highway…. आबकारी विभाग के अधिकारी प्रतिदिन हाइवे से गुजरते है, लेकिन शराब की दुकानों के बड़े-बड़े बोर्ड दिखाई देने के बावजूद भी अधिकारी नजर अंदाज कर देते है। इससे शराब संवेदकों द्वारा आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
Excise department ignored: boards of liquor shops on highway… यहा लगे है शराब दुकानों के बोर्ड –
जयपुर-आगरा हाइवे पर खेड़ली गांव के समीप, भांडारेज मोड़, धान्या का बंध, कालाखो मुख्य स्टैंड, रेटा, सिकंदरा चौराहा पेट्रोल पम्प के सामने, सिकंदरा चौराहा, मानपुर रोड, मानपुर थाने के समीप व चौराहा पर, निकटपुरी गांव के समीप, मीना सीमला, बालाजी मोड़, पाटोली, बालाहेड़ी बकरा मंडी के समीप, पीपलखेड़ा पेट्रोल पम्प पर एवं गंगापुर अलवर मेगा हाइवे पर सिकंदरा गांव, गीजगढ़, गूलर चौराहा पर शराब दुकानों के बोर्ड लगे हैं।
यह है नियम-
उच्चत्तम न्यायालय ने बढ़ती सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाइवे से 220 मीटर दूर शराब दुकानें संचालित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही दुकान संचालक हाइवे पर शराब दुकान का बोर्ड लगाकर प्रचार नहीं कर सकते।
हटवाएंगे बोर्ड . कुछ दिन पहले ही कार्यभार संभाला है। हाइवे पर बोर्ड लगने की जानकारी नहीं है। हाइवे पर बोर्ड लगाए गए हैं, तो उन्हें हटवाए जाएंगे।
– महेश भीनमाल, जिला आबकारी अधिकारी, दौसा
नाला क्षतिग्रस्त, गुणवत्ता की खुली पोल
बैजूपाड़ा (बांदीकुई). ग्राम पंचायत बैजूपाड़ा में एसएफसी योजना के तहत दो माह पूर्व कराया नाला निर्माण अभी से क्षतिग्रस्त होने लगा है। ऐसे में क्षतिग्रस्त नाला निर्माण ने गुणवत्ता की पोल खोलकर रख दी है। इससे बड़ा हादसा घटित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। विष्णु जांगिड़ के मकान से मुकेश की दुकान तक बैजपाड़ा गांव में अंदर जाने वाले आम रास्ते में नाले का पटाव किया गया था।
ग्रामीणों का कहना है कि पटाव कार्य में सरिया एवं रोड़ी तय मापदण्ड के अनुसार नहीं लगाए गए। इस मार्ग से भारी वाहनों का आवागमन भी नहीं है। मात्र दुपहिया वाहन ही गुजरते हैं। ऐसे में दुपहिया वाहनों के गुजरने से ही नाले का पटाव क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत प्रशासन से क्षतिग्रस्त हुए पटाव की मरम्मत कराए जाने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग से स्कूली बच्चे भी आवाजाही करते हैं। ऐसे में पटाव नहीं हुआ तो कोई भी इस नाले में गिरकर चोटिल हो सकता है।
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