थाना प्रभारी ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने तीन दलों का गठन कर लुटेरों की तलाशी के लिए अभियान चलाया। इसके बाद दलों ने अलवर, भरतपुर व हरियाणा के मेवात क्षेत्रों में लगातार दबिश देकर आरोपितों की तलाशी शुरू की तो वहां पुलिस दलों की गतिविधियों को देख कर बदमाशों में दहशत हो गई। इस दौरान मुखबिर से पुलिस दल को भरतपुर जिले के कांमा क्षेत्र के बिलोरी गांव में डंपर होने की जानकारी मिली।जब पुलिस दल ने वहां छापा मारा तो लुटेरे अंधेरे का लाभ उठा कर डंपर को छोड़ भागे।
मुख्य आरोपित है ईनामी अपराधी
थाना प्रभारी ने बताया कि डंपर लूट की घटना का मुख्य आरोपित अरसद उर्फ राणा निवासी थाना शेरगढ़ जिला मथुरा यूपी ईनामी आरोपित है। राजस्थान व हरियाणा में आरोपित के खिलाफ पचास से अधिक मामले दर्ज है। साथ ही भरतपुर पुलिस ने इस पर 40 हजार का ईनाम भी घोषित किया हुआ है। उन्होंने बताया कि लूट की घटना में शाकिर उर्फ नसेड़ी भी आरोपित है। दोनों की तलाश जारी है।
डंपर को बेचने के प्रयास में थे
थाना प्रभारी ने बताया कि लूट की घटना के बाद आरोपितों ने डंपर पर पुते हुए रंग को बदल दिया था। डंपर की पुरानी नंबर प्लेट भी हटाकर जगह जगह नए स्टीकर चिपका दिए थे।
सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग
पुलिस ने डंपर लुटेरे कई सुराग छोड़ते गए। पुलिस नेे घटना के बाद विभिन्न टोल बूथों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो हर जगह पुख्ता जानकारी मिलती गई। बांदीकुई, अलवर समेत कई जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में डंपर के साथ एक सफारी कार भी जाते हुए दिखाई दी।इससे दोनों वाहनों में सवार लुटेरों की पहचान भी कर ली गई।