इसके तहत ब”ाों की निबंध व आशुभाषण प्रतियोगिता हुई थी, जिसके विजेताओं को पुरस्कार के रूप में राशि देने के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय से सभी स्कूलों को जारी किए गए। आदेश में जिला प्रशासन के पारस्परिक सहयोग से वितरण की बात कही गई, लेकिन अभी तक विजेताओं को राशि नहीं मिली है।
आदर्श राजकीय उ”ा माध्यमिक विद्यालय गुमानपुरा की छात्रा कोमल शर्मा ने निबंध प्रतियोगिता में प्रथम तथा फौरंता सैनी ने आशुभाषण में तृतीय स्थान प्राप्त किया था। इन दोनों प्रतिभागियों को क्रमश: 5100 व 500 रुपए की पुरस्कार राशि मिलनी थी, लेकिन आठ माह बीतने के बाद भी राशि का इंतजार है। छात्राएं व उनके परिजन बार-बार स्कूल प्रशासन से राशि मांगता है, लेकिन स्कूल के पास राशि के चेक नहीं पहुंचने के कारण वे कुछ कह नहीं पाते हैं। प्रधानाचार्य ने बताया कि राशि दिलवाने के लिए अब जिला कलक्टर को पत्र भेजकर निवेदन किया है।
बढ़ाई जाए दूध की लिमिट
दौसा. जिला कांग्रेस दौसा सहकारी प्रकोष्ठ के तत्वावधान में सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंप कर डेयरी समितियों की दूध की लिमिट खत्म करने एवं बोनस बढ़ाने की मांग की है। प्रकोष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि पहले दौसा डेयरी से जयपुर डेयरी करीब सवा लाख लीटर दूध प्रतिदिन ले रही थी, जिसको घटाकर अब मात्र 66 हजार लीटर प्रतिदिन कर दिया। ऐसे में पशुपालकों के सामने दूध को बेचने के लिए संकट भी खड़ा हो रहा है।
दौसा. जिला कांग्रेस दौसा सहकारी प्रकोष्ठ के तत्वावधान में सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंप कर डेयरी समितियों की दूध की लिमिट खत्म करने एवं बोनस बढ़ाने की मांग की है। प्रकोष्ठ पदाधिकारियों ने बताया कि पहले दौसा डेयरी से जयपुर डेयरी करीब सवा लाख लीटर दूध प्रतिदिन ले रही थी, जिसको घटाकर अब मात्र 66 हजार लीटर प्रतिदिन कर दिया। ऐसे में पशुपालकों के सामने दूध को बेचने के लिए संकट भी खड़ा हो रहा है।
इस सम्बन्ध में राजस्थान पत्रिका ने भी 13 सितम्बर के अंक में ‘तुगलकी फरमान से पशोपेश में पशुपालकÓ शीर्षक से खबर प्रकाशित की जा चुकी है। वहीं घी के बदले नकद भुगतान देने की भी मांग की। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओड़, राजेन्द्रसिंह कोलवा, जीआर खटाणा, घनश्याम भाण्डारेज, शंकर हुड़ला, उमाशंकर मीना, रोशन हवलदार, सम्पत्तलाल मीना, दिनेश शर्मा, चतरसिंह बासड़ा, निहाल सिंह, कमलेश रोहड़ा, अवधेश शर्मा, गिर्राज मीना, राम प्रताप, गुमानसिंह, कैलाश बैंसला, जसवंत गुर्जर, सत्यप्रकाश, रामजीलाल आदि थे।