दौसा

गुर्जर आंदोलन: जाम की भेंट चढ़ रहा है करोड़ों का कारोबार

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दौसाFeb 13, 2019 / 09:03 am

gaurav khandelwal

गुर्जर आंदोलन: जाम की भेंट चढ़ रहा है करोड़ों का कारोबार

दौसा/महुवा. गुर्जर आंदोलन के कारण दौसा से लेकर महुवा एवं महुवा से लेकर हिण्डौन एवं लालसोट-गंगापुर तक हाईवे के दोनों ओर होटल-ढाबे, दुकानें एवं पेट्रोल पम्प सूने पड़े हैं। यहां तक चाय की थडिय़ां तक सूनी पड़ी हैं। सिकंदरा का स्टोन मार्केट पूरी तरह ठप हो चुका है। टोल प्लाजा पर एक रुपए की भी आमद नहीं हो रही है। यानि करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
 


दौसा से महुवा तक है करीब सौ होटल-ढाबे


हाईवे पर दौसा से महुवा तक सड़क के दोनों और करीब एक सौ होटल ढाबे संचालित हैं। सिकंदरा में जाम लगते ही ये सभी होटल, ढाबे सूने हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक दौसा से सिकंदरा के बीच करीब आधा दर्जन होटल ढाबे हैं। वहीं करीब पांच दर्जन से अधिक होटल ढाबे मेहंदीपुरबालाजी मोड़ पर हैं।
 

मेहंदीपुर बालाजी से महुवा तक भी करीब एक दर्जन होटल ढाबे संचालित हैं। इन होटल ढाबों पर जयपुर व आगरा की ओर से आने वाली सवारी बसें, ट्रक, कार व मेहंदीपुरबालाजी आने वाले दर्शक ठहरते थे, लेकिन दो दिन से इन होटल- ढाबों की चारपाई, कुर्सियां एवं टेबलें सूनी पड़ी हैं।
 


करीब एक हजार मजदूर बैठे हैं ठाले


दौसा से महुवा के बीच में दर्जनों होटल ढाबे, पेट्रोल पम्प, चाय-पानी की दुकानें एवं परचूनी की दुकानें, सिकंदरा चौराहा बाजार व सिकंदरा में पत्थर नक्काशी की स्टालों पर काम करने वाले हजारों मजदूर दो दिन से ठाले बैठे हैं।
 

इनकी जुबानी

 

मेहंदीपुर बालाजी पर होटल चलाने वाले टीटू ने बताया कि दो दिन हो गए, होटल पर कतई ग्राहक नहीं आ रहे हैं। उनकी होटल पर काम करने वाले मजदूर ठाले ही बैठें हैं। होटल संचालक रोहित ने बताया कि होटल पर दिनभर में एक भी ग्राहक नहीं आ रहा है। खर्चा भी जेब से ही करना पड़ रहा है।
 

इसी प्रकार कैलाश, महिंद्रा एवं गोपालसिंह ने बताया कि होटलों पर दिनभर चहल- पहल रहती थी। अब दो दिन से होटलों पर कोईनहीं आ रहा है। यह कहानी एक ही नहीं बल्कि हाइवे पर संचालित होटल संचालक, पेट्रोलपम्प मालिक, चाय-पानी की दुकान चलाने वाले सभी हैं।
 

 

पर्यटक स्थल पर भी दिखा असर


बांदीकुई. गुर्जर आरक्षण आन्दोलन का असर पर्यटन स्थल आभानेरी पर भी दिखाई देने लगा है। क्योंकि इन दिनों पर्यटन सीजन है। ऐसे में आभानेरी की चांदबावड़ी एवं हर्षद माता मंदिर का अवलोकन करने के लिए दिनभर विदेशी सैलानियों की भीड़ लगी रहती थी, लेकिन आरक्षण आन्दोलन में सिकंदरा जाम होने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद होने से अन्य दिनों की अपेक्षा सैलानी कम संख्या में पहुंच रहे हैं। ये सैलानी भी गुढ़ाकटला होते हुए एवं अन्य वैकल्पिक मार्गो से फेरे लगाकर पहुंच रहे हैं। कुछ सैलानी तो पर्यटन स्थल का अवलोकन किए बिना ही सीधे ही अलवर होते हुए गुजर रहे हैं।
 


बालाजी में पसरा सन्नाटा


मेहंदीपुर बालाजी. गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते जयपुर – आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से मेहंदीपुर बालाजी में दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला पूरी तरह से थम गया है। बाजार सुनसान पड़ा हुआ है। लोगों का कहना है कि शादियों के सीजन में आवागमन बंद होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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