दौसा का सिकंदरा चौराहा
गुर्जर आंदोलन के लिए अहम माना जाता है, इसलिए यहां गुर्जर समाज के नेता आंदोलन को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए है। देर रात्रि सिकंदरा चौराहे पर गुर्जर समाज के नेताओं की गुप्त बैठक में सिकंदरा के गुर्जर शहीद स्थल पर रविवार को बैठक का आह्वान किया गया है, जहां अधिक से अधिक गुर्जर समाज के लोगों को जुटने की अपील की गई है।
गुर्जर समाज के नेताओं द्वारा की गई गुप्त बैठक से यह बात बाहर जरूर आई कि दौसा जिले में किस तरीके का आंदोलन किया जाए। इसको लेकर शनिवार को सिकंदरा चौराहे पर स्थित गुर्जर शहीद स्थल पर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। हालांकि 2 दिन पूर्व पुलिस अधिकारियों और गुर्जर समाज के नेताओं के बीच हुई बातचीत में गुर्जर समाज के नेताओं ने पुलिस के अधिकारियों को साफ चेताया था कि कर्नल बैंसला ने अगर आंदोलन की राह पकड़ी तो यहां का गुर्जर समाज भी कर्नल बैंसला के साथ जाएगा और आंदोलन में अपनी भागीदारी निभाएगा।
जिला कलेक्टर ने शनिवार और रविवार का अवकाश होते भी कार्यालय खोलने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही अलर्ट पर रहने और अपना मोबाइल चालू रखने के निर्देश दिए हैं। जिले में सिकंदरा चौराया गुर्जरों का केंद्र होने के चलते सिकराय एसडीएम मीनाक्षी मीणा ने उपखंड के पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की बैठक ली। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि गुर्जर समाज द्वारा गुप्त रूप से की जाने वाली बैठकों पर नजर रखी जाए।
अब आंदोलन दौसा जिले में किस राह जाएगा अभी यह तो कहना मुश्किल है, लेकिन गुर्जर समाज इस आंदोलन में कर्नल बैंसला के साथ अपनी भागीदारी निभाने की बात पहले ही कह चुका है। पूर्व में दौसा जिले में आंदोलन के दौरान जयपुर—आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग व जयपुर—दिल्ली रेल मार्ग जाम रह चुका है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की कोशिश है कि दोनों ही रास्ते चाूल रहें ।