दौसा

कम्बल खरीदने जाना पड़ा महंगा -थैले में कट लगाकर 1.44 लाख रुपए किए पार

Had to go to buy blankets expensive – crossed Rs 1.44 lakh by cutting bag… पुलिस ने जेबतराशों का तलाशी अभियान चलाया

दौसाNov 20, 2019 / 05:31 pm

Rajendra Jain

बांदीकुई देलाड़ी निवासी ग्राहक के थैले में लगाया कट दिखाता पीडि़त प्रभुदयाल शर्मा।

बांदीकुई. दौसा केन्द्रीय सहकारी बैंक से बुधवार को रुपए निकलवाकर बाजार में खादी भण्डार पहुंच कम्बल देखते समय एक जने के थैले में कट लगाकर अज्ञात व्यक्ति करीब 1 लाख 44 हजार रुपए पार कर ले गया। घटना का पता पीडि़त को कम्बल खरीदने के बाद रुपए देने के लिए थैले में हाथ देने पर नकदी गायब मिलने व थैले में कट लगा दिखाई देने पर लगा। घटना की सूचना पीडि़त ने थाना पुलिस को दी।
पुलिस ने भी रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड एवं बाजार में प्रमुख मार्गों पर जेबतराशों का तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। जानकारी के अनुसार प्रभुदयाल शर्मा निवासी देलाड़ी जो कि दुग्ध डेयरी का संचालन करता है। सुबह दुग्ध डेयरी का भुगतान लेने के लिए सिकंदरा रोड स्थित दौसा केन्द्रीय सहकारी बैंक आया था। यहां से रुपए लेकर वह कम्बल खरीदने के लिए पीडब्ल्यूडी तिराहे स्थित खादी भण्डार पहुंच गया।
जहां कम्बल देखने में लग गया। कम्बल खरीदने के बाद रुपए देने के लिए थैले में हाथ देने पर रुपए गायब व दो कट थैले में लगे होना पाया गया। पीडि़त प्रभुदयाल ने बताया कि जब वह कम्बल देख रहा था।
उसी समय एक महिला व युवती आई और शॉल दिखाने के लिए कहा। कुछ देर शॉल देखने के बाद पसंद नहीं आने की बात कहकर चली गई। जब वह खादी भण्डार गया था। उस समय नकदी थी। वह हुलिये के हिसाब से जेबतराश ही दिखाई देती है, लेकिन देर शाम तक कोई सुराग नहीं लगा।
गौरतलब है कि शहर में जेबतराश गिरोह सक्रिय है। जो कि बैंक व भीड़भाड़ वाली जगहों पर रैकी करते हैं और मौका देख कट लगाकर रुपए पार कर ले जाते हैं। हालांकि इससे पहले भी थैलों में कट लगाकर नकदी पार होने की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। इससे जेबतराशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
खाते से पांच हजार रुपए हुए पार
मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत अनंतवाड़ा निवासी दीपचंद छीपी के खाते से पांच हजार रुपए पार होने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़त दीपचंद ने बताया कि उसने एसबीआई का एटीएम ले रखा है।
मंगलवार शाम सवा छह बजे वह मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कम्प्यूटर पर काम कर रहा था। इसी बीच मोबाइल पर मैसेज आया कि खाते से पांच हजार रुपए आहरित हुए हैं। जबकि उसने कोई रुपए भी नहीं निकाले और एटीएम भी उसके पास ही था।
पीडि़त ने इस सम्बंध में थाने में शिकायत दी और बैंक जाकर मामले की जानकारी भी ली, लेकिन कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। गौरतलब है कि अब तक खातों से ऑनलाइन ठगी की दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। इससे अब ग्राहक भी बैंकों में जमा राशि को लेकर अपने आप को असुरिक्षत महसूस करने लगे हैं।
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