वहीं कालाखोह सरपंच घासीलाल मीना ने बस स्टैण्ड बैरवा ढाणी में व्याप्त पानी का मुद्दा उठाया। भाण्डारेज सरपंच रामजीलाल खटीक ने कहा कि भाण्डारेज कस्बे में आठ- दस दिन में एक बार पानी आता है। जलदाय विभाग ने टैंकर भी बंद कर रखे हैं। पंचायत समिति सदस्य सुनीता बैरवा ने कहा कि अधिकारी ही नहीं आए तो समस्या किसे बताएं।
पंचायत समिति सदस्य रामावतार गोठड़ा ने बताया कि विद्युत निगम के अभियंता व कर्मचारी फोन ही नहीं उठाते हैं। उनके गांव में 11 केवी का तार टूट गया, लेकिन अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। सिण्डोली सरपंच भौंरीलाल मीना ने जीएसएस चालू नहीं होने का मुद्दा उठाया। मुकेश बापी ने बताया कि उनके गांव में 28 लाख रुपए की लागत से पेयजल योजना संचालित की थी, लेकिन एक वर्ष से वह बंद है।
इस अवसर पर विकास अधिकारी रामचन्द्र सैनी ने कहा कि उनको आने के बाद यह पहली सभा है। जिन विभागों के अधिकारी बैठक में नहीं आए, उनको नोटिस दिया जाएगा। मनरेगा के पूरक प्लान का अनुमोदन किया गया है। इस अवसर पर उप प्रधान मंजू मीना, पंचायत समिति सदस्य संगीता बैरवा, जितेन्द्र मीणा, बाबूलाल गुर्जर, कान्हाराम गुर्जर, कल्याणी देवी, भांकरी सरपंच सीताराम मीना, सिण्डोली सरपंच भौंरीलाल मीना, कैलाश गोठवाल आदि मौजूद थे।
महिला सदस्यों के परिजन भी बोले
पंचायत समिति की साधारण सभा में कई महिला पंचायत समिति सदस्य व महिला सरपंच नहीं आकर उनके पति, ससुर व जेठ आदि पहुंचे। तीन महिला जनप्रतिनिधियों के परिजनों ने तो सभा में विकास के मुद्दे भी उठाए।