मुख्य अतिथि महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि शास्त्रीय संगीत दल भारतीय संस्कृति की पहचान है। इन शास्त्रीय दंगलों से संस्कृति जीवित रहती है। इसको बढ़ावा दिए जाने के प्रयास करने होंगे। इससे आने वाली पीढ़ी को पुरानी संस्कृ ति को जानने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रमुुख गीता खटाना ने की।
दंगल में पंडितपुरा, लोटवाड़ा, कैरवावाल, बढैर एवं खो दरीबा की पार्टियों ने भाग लिया। जहां पंण्डितपुरा के गायक कलाकारों ने भवानी मनाई और हनुमत बेगा पधारो संकट टारो और कुछ नहीं सहारा की प्रस्तुति देकर वाहवाही लूटी। उसके बाद मैरी मैया जगदंबे तूही रख लाज हमारी की प्रस्तुति दी। इसके बाद लोटवाड़ा, कैरवावाल, बढ़ैर, खो दरीबा की पार्टियों ने प्रस्तुति दी। अतिथियों का समिति अध्यक्ष प्रकाशचंद शर्मा एवं उपाध्यक्ष प्रकाश जाट ने स्वागत किया। बालाजी महाराज की झांकी सजाई गई। मंच का संचालन राधारमण तिवाड़ी ने किया। इस मौके पर प्रताप जाट, मदन तिवाड़ी, गिरधारी सैन, कन्हैया फौजदार, मुकेश सैन, चन्द्रशेखर शर्मा, रामकरण एवं रामावतार भी मौजूद थे। (नि.स.)
251 आसनों पर किया सामूहिक सुन्दरकाण्ड पठन
बांदीकुई. शहर के बसवा रोड स्थित गोपाल बगीची भक्ति आश्रम में हनुमान जयन्ती पर शुक्रवार शाम संगीतमय सामूहिक सुंदरकाण्ड के पठन किए गए। इसमें 251आसनों पर बैठकर महिला एवं पुरुषों ने सुन्दरकाण्ड का पठन कि या। इसमें श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। संत दयालदास ने वैदिक मंत्रोच्चार से पूजा-अर्चना कराकर कार्यक्रम की शुरुआत की। मंदिर को विभिन्न प्रकार के पुष्प एवं मालाओं से सजाया गया। चोला चढ़ाक र हनुमानजी की प्रतिमा को पुष्पों से सजाया गया।
बांदीकुई. शहर के बसवा रोड स्थित गोपाल बगीची भक्ति आश्रम में हनुमान जयन्ती पर शुक्रवार शाम संगीतमय सामूहिक सुंदरकाण्ड के पठन किए गए। इसमें 251आसनों पर बैठकर महिला एवं पुरुषों ने सुन्दरकाण्ड का पठन कि या। इसमें श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। संत दयालदास ने वैदिक मंत्रोच्चार से पूजा-अर्चना कराकर कार्यक्रम की शुरुआत की। मंदिर को विभिन्न प्रकार के पुष्प एवं मालाओं से सजाया गया। चोला चढ़ाक र हनुमानजी की प्रतिमा को पुष्पों से सजाया गया।
इस मौके पर गिर्राजप्रसाद टीटी, सुनील शर्मा, नवल घीया, महेश नांगल, सुखदेव, बाबूलाल द्वारापुरा, गोपालसिंह कल्याणवत, हरगोविन्द विजय, राजेन्द्र तांबी, सुरेश तांबी, प्रहलादनारायण अवस्थी, पं. रमेशचंद शर्मा, बृजबिहारी व महेश अगावली सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। सुन्दरकाण्ड के बाद हनुमान चालीसा एवं महाआरती हुई। पुष्पवर्षा कर प्रसादी वितरण की गई।(नि.स.)