इस तरह पड़ रहा असर
दौसा शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की दरें करीब डेढ़ गुना बढ़ गई। न्यूनतम किराया ही दस रुपए हो गया।
– दूसरे राज्यों से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आने वाले माल पर करीब 15 फीसदी चार्ज अधिक लग रहा है।
– प्राइवेट जीपों में अब दौसा से जयपुर का किराया 50 रुपए हो गया है, पहले 30 से 40 रुपए तक था
– प्राइवेट टैक्सी करने पर 25 फीसदी अधिक दाम लग रहे हैं।
– किसानों का खेती करने का खर्च बढ़ा
दौसा शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की दरें करीब डेढ़ गुना बढ़ गई। न्यूनतम किराया ही दस रुपए हो गया।
– दूसरे राज्यों से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आने वाले माल पर करीब 15 फीसदी चार्ज अधिक लग रहा है।
– प्राइवेट जीपों में अब दौसा से जयपुर का किराया 50 रुपए हो गया है, पहले 30 से 40 रुपए तक था
– प्राइवेट टैक्सी करने पर 25 फीसदी अधिक दाम लग रहे हैं।
– किसानों का खेती करने का खर्च बढ़ा
Heavy inflation on pocket, budget started deteriorating सब्सिडी भी नहीं मिलती
करीब 9 माह पूर्व तक रसोई गैस सिलेण्डर पर उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी की राशि करीब तीन सौ रुपए जमा हो जाती थी। इससे दामों के बढऩे पर कोई खास असर नहीं होता था। सब्सिडी बंद होने के बाद से अब पूरा पैसे जेब से ही लग रहा है। लोगों की मांग है कि सरकार को पुन: सब्सिडी शुरू करनी चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
करीब 9 माह पूर्व तक रसोई गैस सिलेण्डर पर उपभोक्ता के खाते में सब्सिडी की राशि करीब तीन सौ रुपए जमा हो जाती थी। इससे दामों के बढऩे पर कोई खास असर नहीं होता था। सब्सिडी बंद होने के बाद से अब पूरा पैसे जेब से ही लग रहा है। लोगों की मांग है कि सरकार को पुन: सब्सिडी शुरू करनी चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।
रसोई गैस के लगातार दाम बढऩे से घर का बजट गड़बड़ाने लगा है। लगातर दाम बढ़ाए जा रही है और सब्सिडी भी बंद कर दी है। कोरोना काल के बाद महंगाई की मार पड़ रही है। सरकार को शीघ्र राहत देने का रास्ता निकालना चाहिए।
मनीषा शर्मा, गृहिणी दौसा
मनीषा शर्मा, गृहिणी दौसा
पेट्रोल-डीजल के दामों ने तो हालत खराब कर दी है। कहीं भी जाना-आना पहले से डेढ़ गुना महंगा हो गया है। बेतहाशा दामों में वृद्धि हो रही है, इसके बावजूद रोकथाम के कोई उपाय नहीं किए जाना मनमानी है। मध्यमवर्ग की तो महंगाई से कमर ही टूट गई है।
मुकेश सैन, दौसा
मुकेश सैन, दौसा