जिले में इस सीजन में अब तक औसत 524.35 एमएम बारिश हो चुकी है। जिले की पूरे सीजन की औसत बारिश 612 एमएम है। जिले में 15 जून से 16 अगस्त सुबह 8 बजे तक दौसा तहसील पर लगे वर्षामापी यंत्र में 788 एमएम बारिश दर्ज की गई है। दूसरे स्थान पर रामगढ़ पचवारा 643 व दौसा जल संसाधन विभाग कार्यालय 631 एमएम बरसात के साथ तीसरे स्थान पर है।
इसी प्रकार बांदीकुई के रेडिया पर 604, बांदीकुई में 325, सिकराय में 500, महुवा 428, मोरेल 628, राहुवास 550, लालसोट तहसील पर 546, सैंथल सागर 405, बसवा 349 एमएम बारिश दर्जकी है। इसी तरह तहसील पर लगे वर्षामापी यंत्रों में महुवा 516, लालसोट 448, सिकराय 536, लवाण 490, नांगलराजावतान में 529 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इस प्रकार सभी केन्द्रों की औसत बारिश अब तक 524.35 एमएम हुई है। बारिश के मामले में इस सीजन में अब तक दौसा तहसील क्षेत्र प्रथम स्थान पर है तो बांदीकुई अंतिम 17वें स्थान पर रहा है। यानि बांदीकुई में इस सीजन में सबसे कम बारिश हुई है।
जिलेभर के अधिकांश बांधों में पानी की आवक हो चुकी है। शुक्रवार दोपहर तक जिले के सबसे बड़े मोरेल बांध का भराव 29 फीट पार कर गया है। इसी प्रकार सूरजपुरा बांध 13 फीट भर कर चादर चल गई। सैंथल सागर में सवा 15 फीट, सिनोली में 6 फीट, झिलमिली में 6 फीट 10 इंच, गेटोलाव में 5.35, चांदराना 8.32, सिंथोली 4, माधोसागर 5.4, रेडिया में 4, जगरामपुरा 1.5 फीट, कोट 2.3, हरिपुरा 3.9, भांकरी 5.2, रामपुरा 4.5, महेश्वरा में 3.10, उपरेड़ा 1.10, समसपुर 3 फीट पानी की आवक हुई है।
रिमझिम बारिश का दौर
जिलेभर में शुक्रवार तड़के से ही दिनभर बारिश का दौर चलता रहा। हर दस-पन्द्रह मिनट में बारिश से सुबह स्कूलों में बालक कम संख्या में पहुंच पाए। कक्षाएं खाली नजर आई। रोजमर्रा एवं दिहाड़ी पर जाने वाले लोगों को भी भीगते हुए जाना पड़ा। गुरुवार रात को कई स्थानों पर बिजली सप्लाई भी बाधित रही।