प्रेमीके घर भी सन्नाटा दिखा। रात ढाई बजे पहुंचा थाने घटना के बाद पुलिस प्रशासन भी सकते में आ गया। रात जब ढाई बजे आरोपी पिता ने महिला पुलिस थाने जाकर अपनी बेटी की हत्या की बात बताई तो पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल, एएसपी अनिल सिंह चौहान, दौसा पुलिस वृत्ताधिकारी डॉ. दीपक शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी सुगनसिंह, महिला थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह एवं महिला थाने में रात के ड्यूटी अधिकारी पुखराज मीना सहित कई पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी कभी आरोपी के घर, कभी जिला अस्पताल तो कभी पीडि़त के घर चक्कर काटते रहे।
अस्पताल पहुंचे परिजन
युवती की पिता शंकर लाल सैनी द्वारा हत्या करने के बाद पुलिस ने आरोपी पिता को तो पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया, लेकिन जिला अस्पताल में युवती का शव लेने के लिए कुटुम्ब में से अन्य लोगों ने पहुंच कर पंचनामा तैयार करवाया। पोस्टमार्टम के बाद शव को भी वे ही लेकर गए और अंतिम संस्कार किया।
अपहरण के बाद से पुलिस दे रही थी दबिश, नहीं बचा पाए
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि युवती का अपहरण होने के बाद पुलिस उसकी जगह-जगह तलाश कर रही, लेकिन नहीं मिली। गत रात को युवती के पिता ने ही थाने पहुंच कर बताया कि उसने अपनी बेटी को मार दिया है। एफएसएल टीम व एमओबी टीम को बुला कर भी साक्ष्य जुटाए गए।
यह कराई रिपोर्ट दर्ज
महिला पुलिस थाने के एएसआई पुखराज ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि बुधवार रात को शंकर लाल सैनी ने थाने पहुंचकर बताते हुए कहा कि उसने अपनी बेटी पिंकी की हत्या कर दी। वह झालरा का बास निवासी रोशन लाल महावर के साथ रह रही थी। उसे घर लाकर काफी समझाया। नहीं मानने पर गला दबाकर हत्या कर दी। इस मामले की जांच दौसा कोतवाली थाना प्रभारी सुगनसिंह को सौंपी है।
महिला पुलिस थाने के एएसआई पुखराज ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि बुधवार रात को शंकर लाल सैनी ने थाने पहुंचकर बताते हुए कहा कि उसने अपनी बेटी पिंकी की हत्या कर दी। वह झालरा का बास निवासी रोशन लाल महावर के साथ रह रही थी। उसे घर लाकर काफी समझाया। नहीं मानने पर गला दबाकर हत्या कर दी। इस मामले की जांच दौसा कोतवाली थाना प्रभारी सुगनसिंह को सौंपी है।
न्यायालय के आदेश के बावजूद नहीं की सुरक्षा
राजस्थान उच्च न्यायालय ने दौसा पुलिस को लिव रिलेशनशिप में रह रहे इस प्रेमी जोड़ी की सुरक्षा करने का आदेश दिया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण युवती का प्रेमी के घर से अपहरण हो गया। यहां तक तीन दिन होने के बाद भी पुलिस युवती को तलाशने में नाकाम रही। युवती का अपरहरण होने के बाद उसको अपने ही घर में पिता ने बेरहमी से मार दिया। मामले में पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने बताया कि उन्हें कोर्ट के आदेश व प्रेमी जोड़े ने सुरक्षा के आदेश की कोई जानाकारी नहीं दी। अपहरण होने के बाद पुलिस दबिश दे रही थी। प्रेमी के घर भी पुलिस जाब्ता लगा दिया गया। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने दौसा पुलिस को लिव रिलेशनशिप में रह रहे इस प्रेमी जोड़ी की सुरक्षा करने का आदेश दिया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के कारण युवती का प्रेमी के घर से अपहरण हो गया। यहां तक तीन दिन होने के बाद भी पुलिस युवती को तलाशने में नाकाम रही। युवती का अपरहरण होने के बाद उसको अपने ही घर में पिता ने बेरहमी से मार दिया। मामले में पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने बताया कि उन्हें कोर्ट के आदेश व प्रेमी जोड़े ने सुरक्षा के आदेश की कोई जानाकारी नहीं दी। अपहरण होने के बाद पुलिस दबिश दे रही थी। प्रेमी के घर भी पुलिस जाब्ता लगा दिया गया। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।