जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह डिडवाना गांव के सैकड़ों ग्रामीण मॉडल स्कूल पर पहुंच कर धरने पर बैठ गए। इस दौरान जिला परिषद सदस्य रामोतार चौपड़ा, नाथूलाल पटेल, शंभूलाल कुई वाला, सुरज्ञान सामोत्या, रामकिशोर पाटीवाला, रामकरण चौपड़ा, सतवान पटेल, ब्रजमोहन थानेदार, हनुमान शर्मा समेत कई जनों ने शारीरिक शिक्षक जयराम मीना के खिलाफ कानूनी कार्यवाही, निलंबित करने एवं प्रधानाचार्य मनोज मीना को हटाने के साथ उनकी कार्यशैली पर आरोप लगाते हुए विद्यालय में हुई खरीद व अन्य कार्यों की भी जांच कराने की मांग की।
कुछ देर बाद मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी सरिता देवी, एडीपीसी सुशील कुमार, उपखण्ड अधिकारी सुनील आर्य, तहसीलदार हनुमान मीना व थाना प्रभारी राजेन्द्र मीना भी पहुंचे और ग्रामीणों से ज्ञापन ले कर उचित कार्यवाही की मांग की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे।
विद्यार्थी आए बाहर तो भड़के ग्रामीण
मॉडल स्कूल में मध्यांतर के दौरान सभी विद्यार्थी प्रवेश द्वार पर जारी ग्रामीणों के धरना स्थल के पास पहुंच गए और ग्रामीणों से कहा कि वे यहां से चले जाए, शिक्षकों को हटाने से उनका भविष्य खराब हो जाएगा, विद्यार्थियों के बाहर आने के बाद ग्रामीण और भी भड़क गए और उन्होंने आरोप लगाया कि विद्यालय का प्रधानाचार्य व ट्यूशन के लिए दबाव डालने वाले अध्यापकों ने उनके ही बालकों को बरगला कर उनको अपनी ढाल बना कर उनके सामने खड़ा कर दिया है जो यह बर्दाश्त नहीं होगा। ग्रामीणों ने कहा कि प्रधानाचार्य को यहां से हटाने व उनकी कार्यों की जांच कराने के बाद ही वे अपना आंदोलन समाप्त करेंगे।