सैंथल . कस्बे से शनिवार को बजरंग मित्र मण्डल के तत्वावधान में भानगढ़ बालाजी व भौमिया बाबा की नवीं ध्वजा पदयात्रा बैण्ड-बाजे के साथ रवाना हुई। पदयात्रा के रवाना होने से पूर्व गणेशजी के मन्दिर पर ध्वज पूजन हुआ। रास्ते में लोगों ने पदयात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।भजनों की धुन पर श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। शाम को भण्डारे में पंगत प्रसादी कराई गई।
लालसोट. रामगढ़ पचवारा कस्बे के चतुर्भुज मंदिर से शनिवार को बिनोरी हनुमानजी की पदयात्रा हनुमान जी के जयकारोंं के बीच रवाना हुई। योगराज गौतम ने बताया कि पदयात्रा रविवार को बिनोरी हनुमान जी पहुंचेगी। इस मौके पर भंडारा होगी। इसी तरह शहर के गंगापुर सिटी रोड से माधोपुरिया बालाजी की पदयात्रा भी रवाना हुई। इसी प्रकार लालसोट. खुर्रा गांव स्थित बीजासणी माता की पदयात्रा रविवार सुबह नौ बजे शहर के कोथून रोड स्थित महाकाली मंदिर से रवाना होगी। (नि.प्र.)
नांगल राजावतान. उपखण्ड मुख्यालय के मीन भगवान मंदिर से शनिवार को प्यारीवास बालाजी की पदयात्रा धूमधाम से रवाना हुई। पदयात्रा का ध्वज पूजन पण्डित कैलाश शर्मा ने कराया। बालाजी की मनमोहक झांकी सजाई गई। बालकों द्वारा रामदरबार की सजीव झांकी सजाई गई। पदयात्री जयकारे लगाते चल रहे थे। इस मौके पर शिवराजसिंह, पीयूष नांगल, भवानी शर्मा, कपिल शर्मा, सीताराम शर्मा आदि मौजूद थे। कर्द जगहों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
बडिय़ाल कलां. श्रीनारायणी माता की पदयात्रा शनिवार को कस्बे के गंगा मंदिर से गाजे बाजे के साथ रवाना हुई। यात्रा से पहले विधि विधान के साथ मंदिर में ध्वज पूजन कराया गया। उसके बाद यात्रा रवाना हुई। यात्रा में श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। मुकेश महावर ने फल वितरण किए। कमल सैन, शंकर प्रजापत रामावतार सैनी, अमरसिंह मीना, डालचंद महावर शिंभू दयाल जांगिड ,अशोक सैन, रविन्द्र सैन, गोपाल राधेश्याम आदि मौजूद थे।
कुण्डल. नारायणी माता सेवा समिति कुण्डल के तत्वावधान में कस्बे से नारायणी धाम की पदयात्रा बड़े मन्दिर से ध्वज पूजन के बाद गाजे-बाजे के साथ रवाना हुई। पदयात्रा को संत रामदास ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यात्रा का कस्बेवासियों ने जगह-जगह स्वागत किया। इसी प्रकार बालाजी सेवा समिति के तत्वाधान में कुण्डल से रेडिया वाले बालाजी की पदयात्रा मुरली मनोहरजी के बड़े मन्दिर से ध्वज पूजन के बाद रवाना हुई। यात्रा में पदयात्री डीजे की धुन पर नृत्य करते हुए जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।