शाम को महिलाओं ने पहले मंदिरों में तथा उसके बाद आस-पड़ोस के घरों में दीप जलाए। घरों व प्रतिष्ठानों पर लक्ष्मी पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की गई। लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर व मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दी। छोटों ने बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। बच्चों ने परिजनों के साथ मिलकर जमकर आतिशबाजी की। शहर में देर रात तक उत्साह व उल्लास माहौल बना रहा।
लोगों ने नए परिधान पहनकर घर में लक्ष्मी पूजन किया। वहीं मंदिर में एवं मोहल्ले में घर-घर जाकर दीप जलाए। एक दूसरे के घर जाकर दीपावली की गले मिलकर एवं पैर छू कर बधाई दी। लोगों ने व्रत्त रखा। शाम को आतिशबाजी की गई। लोग सोशल मीडिया पर व्हाट्सएप व फेसबुक पर मैसेज के जरिए भी एक दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं देते रहे। पुलिस के जवान तिराहे एवं चौराहों पर यातायात व्यवस्था सुचारू करते दिखाई दिए। रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैण्ड पर भी लोगों की खासी भीड़भाड़ रही। लोगों ने बाजार में दुकानों पर जाकर व्यापारियों से दीपावली की रामा-श्यामा की।
सुरक्षा रही चाक-चौबंद
पांच दिवसीय दीपोत्सव के दौरान जिलेभर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिलेभर में लगाए गए 800 पुलिसकर्मियों ने मुस्तैदी से कार्य किया। जिला मुख्यालय पर बनाए गए 16 स्थाई प्वाइंटों पर पुलिसकर्मियों ने दीपावली पर शाम 4 से रात एक बजे तक तथा गोवर्धन के दिन सुबह 11 से रात 10 बजे तक गश्त की। इसके अलावा नाकाबंदी सहित वाहनों की तलाशी भी ली गई।