शाम 4 बजे विशिष्ट कला प्रतियोगिता हुई। इसमें गायन, पेपर आर्ट एवं कामेडी की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर नवयुवक मण्डल अध्यक्ष विनोद घीया, उपाध्यक्ष कृष्णावतार गोलिया, मंत्री पवन तांबी एवं कोषाध्यक्ष गौरव सेठी ने भी शिरकत की। वहीं खण्डेलवाल समाज अध्यक्ष संतोष तांबी, मंत्री रामगोपाल बिवाल, कोषाध्यक्ष अशोक तांबी, संगठनमंत्री सत्तू शाहरा एवं मयंक तांबी मौजूद थे। निर्णयक मण्डल की भूमिका सुरेन्द्र भटट, राजश्री तिवारी, अंकिता जैन, अंजू चौहान एवं मनीषा विजय ने निभाई।
यह होगें कार्यक्रम
सोमवार सुबह 7 बजे मोटर साइकिल से जन चैतना रैली निकाली जाएगी। 8 बजे संत सुन्दरदास महाराज महाआरती होगी। 9 बजे लक्की ड्रा कूपन वितरण किए जाएंगे। वहीं सवा 11 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी। जो शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरती हुई समाज भवन में पहुॅचेगी। वहीं दोपहर 2 बजे से माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा, स्नातक अधिस्नातक, प्रतिष्ठित व्यावसायिक पाढ्यक्रम,खेलकूद प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। (नि.स.)
सोमवार सुबह 7 बजे मोटर साइकिल से जन चैतना रैली निकाली जाएगी। 8 बजे संत सुन्दरदास महाराज महाआरती होगी। 9 बजे लक्की ड्रा कूपन वितरण किए जाएंगे। वहीं सवा 11 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी। जो शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरती हुई समाज भवन में पहुॅचेगी। वहीं दोपहर 2 बजे से माध्यमिक, उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा, स्नातक अधिस्नातक, प्रतिष्ठित व्यावसायिक पाढ्यक्रम,खेलकूद प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। (नि.स.)
फाटक क्षतिग्रस्त हुआ तो नहीं बांधनी पड़ेगी चैन
-ट्रेन संचालन में होने वाली परेशानी से मिलेगी निजात
बांदीकुई. अब रेलवे की ओर से अधिक वाहनों की आवाजाही वाले एवं आबादी वाले क्षेत्रों में फाटक क्षतिग्रस्त होने पर चैन बांधकर ट्रेन गुजारने में होने वाली परेशानी से निजात मिल सकेगी। इसके लिए रेलवे की ओर से फाटक पर ही फाटक के अलावा एक एक चैनलनुमा फाटक सिस्टम लगाया जा रहा है। जो कि फाटक क्षतिग्रस्त होने पर खिसकाने पर गेट वाले स्थान पर लग जाएगा।
-ट्रेन संचालन में होने वाली परेशानी से मिलेगी निजात
बांदीकुई. अब रेलवे की ओर से अधिक वाहनों की आवाजाही वाले एवं आबादी वाले क्षेत्रों में फाटक क्षतिग्रस्त होने पर चैन बांधकर ट्रेन गुजारने में होने वाली परेशानी से निजात मिल सकेगी। इसके लिए रेलवे की ओर से फाटक पर ही फाटक के अलावा एक एक चैनलनुमा फाटक सिस्टम लगाया जा रहा है। जो कि फाटक क्षतिग्रस्त होने पर खिसकाने पर गेट वाले स्थान पर लग जाएगा।
इससे चैन बांधकर ट्रेनों को गुजारने में होने वाली परेशानी से राहत मिल सकेगी। इसके लिए रेलवे की ओर से दिल्ली फाटक(रेलवे चिकित्सालय के सामने ) वाले फाटक पर यह सिस्टम लगा भी दिया गया है। रेल सूत्रों के मुताबिक यह चैनल वाला फाटक गुढ़ारोड, कुटी नगर, बसवा एवं दौसा सहित अन्य फाटकों पर भी लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि शहर के आगरा फाटक, धोली गुमटी फाटक, गुढ़ारोड व दिल्ली फाटक बंद होने पर कई बार वाहन तेज गति से निकालने पर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। ऐसे में फाटक बंद नहीं होने पर ट्रेनों को आउटर पर ही रोकना पड़ा।
बाद में चैन बांधकर गुजारा गया। इससे गैटमेन एवं वाहन चालकों को भी समय अधिक लगने के कारण खासी परेशानी झेलनी पड़ती थी, लेकिन अब फाटक क्षतिग्रस्त होने पर होने वाली परेशानी से राहत मिल सकेगी और ट्रेनों का संचालन भी सुचारू रह सकेगा। (ए.सं.)