वृत्ताधिकारी ने बताया कि बडिय़ाल मोहल्ला दौसा निवासी रईस खान ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट में बताया कि शनिवार दोपहर करीब 12.30 बजे पॉवर हाउस के सामने स्थित एक एटीएम से रुपए निकल नहीं पा रहे थे। ऐसे में पीछे खड़े दो जनों ने सहायता के नाम पर एटीएम कार्ड लेकर मशीन में लगाया एवं पिन नम्बर लगाने के लिए कहा। इसके बाद उसने 900 रुपए प्राप्त कर लिए। एटीएम कार्ड जेब में रखकर मिडवे के पास पहुंचा तो खाते से 4 हजार रुपए की राशि निकलने का मोबाइल पर मैसेज आया। इस पर एटीएम कार्ड चैक किया तो वह किसी भूपेश नाम के व्यक्ति का निकला। ऐसे में वह एटीएम में मिले दोनों व्यक्तियों की तलाश करता हुआ सैंथल बायपास पुलिया के समीप पहुंचा तो दोनों यूपी नम्बर के वाहन में सिकन्दरा की ओर जाते दिखाई दिए। इस पर दूरभाष से पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने नाकाबंदी कर उन्हें कलक्टे्रट चौराहे पर रोक लिया। रईस ने उनके चेहरा पहचान लिया। इस पर पुलिस ने राजपुर समशाबाद थाना सदर आगरा (यूपी) निवासी राजू दिवाकर (36), नलकूप कॉलोनी ट्रंासपोर्ट नगर के सामने आगरा पुलिस थाना न्यू आगरा निवासी रुपेश कुमार (41) एवं गढी नवलिया कुआं खेड़ा फतेहबार रोड आगरा थाना ताजगंज यूपी (35) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की कार भी जब्त कर ली।
ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम
आरोपियों ने आगरा में टूर एण्ड ट्रेवल्स की दुकान खोलकर विदेशी करंसी बदलने का लाइसेंस भी ले रखा है। उनके पास आने वाले विदेशी सैलानी पोस मशीन के जरिए एटीएम कार्ड स्वाइप कर खाते में राशि ट्रांसफर कर भारतीय नकदी प्राप्त करते हैं। इस दौरान ये नजरें बचाकर एटीएम को स्वाइप कर लेते हैं। इससे विदेशी का डाटा चोरी हो जाता है।
वहीं पोस मशीन में विदेशी सैलानी जब गोपनीय पिन नम्बर लगाता है तो मशीन के ऊपर लगे हुए काले रंग के शीशे में से गोपनीय एटीएम नम्बर आंखों से पढ़ लेते हैं। इसके बाद फर्जी एवं कूटरचित एटीएम क्लोन कार्ड तैयार करते हैं। इसके बाद क्षेत्र से काफी दूर जाकर राशि चुराते हैं। इस मामले में अभी पुलिस और गहनता से जांच कर रही है।