Kishore’s death in an effort to remove buffaloes from the dam थाना प्रभारी को घटना के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि किशोर राजेन्द्र मीना बांध के पास भैंस चरा रहा था। इसी दौरान उसकी भैंस बांध के पानी में चली गई। भैंस को पानी से बाहर निकालने के प्रयास में वह पैर फिसलने से बांध में गिर पड़ा।इससे पानी में डूबने से मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलने पर परिजन व ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पानी से बाहर निकाल कर इलाज के लिए जयपुर जिले के तूंगा चिकित्सालय में पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार उक्त घटना के दौरान दो अन्य युवक जितेन्द्र व प्रभुलाल भी पानी में गिरे थे, लेकिन ये दोनों युवक तो सलामत निकल गए, लेकिन राजेन्द्र पानी से बाहर नहीं आ सका। मामले की जानकारी मिलने पर लवाण थाना प्रभारी गिर्राजप्रसाद भी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और घटना के बारे में ग्रामीणों से जानकारी ली।
यह कैसी व्यवस्था ?
रामगढ़ पचवारा क्षेत्र की हेमल्यावाला ग्राम पंचायत के गांव चांदावास में हुई इस घटना ने जिले की प्रशासनिक व पुलिस व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। चांदावास गांव रामगढ पचवारा उपखण्ड मुख्यालय से दूरी मात्र 9 किमी है । पिछले कुछ माह पूर्व पुलिस विभाग ने रामगढ़ पचवारा थाना क्षेत्र का परिसीमन करते हुए हेमल्यावाला को जिले के लवाण थाना क्षेत्र में जोड़ दिया था, ग्रामीणों के विरोध के बाद भी इसे आज तक नहीं बदला गया है। इसी अनदेखी का शिकार रविवार को मृतक किशोर राजेन्द्र मीना के परिजन भी हुए।
घटना के बाद से लेकर पोस्टमार्टम प्रकिया पूरी होने तक मृत के शव के साथ परिजन जगह-जगह भटकते रह। मृतक को पानी से निकालकर उसके परिजन सबसे पहले इलाज के लिए पास ही स्थित जयपुर जिले के तूंगा कस्बे के सरकारी चिकित्सालय में ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद मे परिजन उसे पुलिस कार्रवाई व पोस्टमार्टम के लिए लवाण थाने पर ले गए, लेकिन लवाण कस्बे के सरकारी चिकित्सालय पर मोर्चरी की सुविधा नहीं होने से वहां उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
इसके बाद घटना स्थल से करीब 45 किमी दूरी पर स्थित दौसा जिला मुख्यालय के मोर्चरी में ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद ही पुलिस ने शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।(नि.प्र.)
Kishore’s death in an effort to remove buffaloes from the dam