लॉकडाउन से पूर्व प्रतिदिन शहर के गणगौर मेला मैदान पर बड़ी संख्या में चाट केे ठेलों से साथ विभिन्न सामान बेचने वालों की अस्थाई दुकानें भी लगती थी, लॉकडाउन के दौरान अपने काम धंधे से दूर रहे इन अस्थायी दुकानदारों ने भी अब अपनी दुकानें लगाना शुरू कर दिया है।
इसके चलते यहां कई चाट ठेले व जूते, चप्पल व कपड़ों की अस्थाई दुकानें भी लगी नजर आई। दुकानदारों ने बताया कि फिलहाल गर्मी अधिक होने व आवागमन के साधनों का संचालन नहीं होने से थोड़ी ग्राहकी जरुर कम हो रही है, लेकिन घरों पर ठाले बैठने के बजाए शाम चार बजे यहां दुकान लगाने से घर का खर्च तो निकल ही जाता है।
भगवान शांतिनाथ का जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक मनाया
लालसोट. जैन धर्मावलंबियों ने तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ जी का जन्म, तप एवं मोक्ष कल्याणक पूजा अर्चना कर मनाया गया। इस अवसर पर शहर के छोटे जैन मंदिर में भगवान शांतिनाथ जी की मूल वेदी पर शांतिधारा, विधान पूजन की गई तथा निर्वाण लड्डू भी चढ़ाए गए। छोटे जैन मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अजीत कुमार बडज़ात्या ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए समाज के लोगों ने अपने घरों में रहकर भगवान की पूजा अर्चना के साथ मंत्र जाप किया। मंदिर में 108 दीपको से भगवान शांतिनाथ की महाआरती की गई ।णमोकार महामंत्र के जाप किए गए एवं विश्व व भारत देश से कोरोना वायरस दूर करने की प्रार्थना भी की गई। जो लोग कोरोना से पीडि़त हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।