यात्रा का व्यापारियों ने भी स्वागत किया। दूर-दराज से महिलाएं मन्दिर परिसर में पहुंची। कार्यक्रम स्थल पर सुबह सात से बारह बजे तक यज्ञ होगा। 12 से 2 बजे तक कथा और रात 8 से 11 बजे तक रास लीला होगी। वृन्दावन के कलाकारों के द्वारा कृष्ण लीलाओं का गुणगान किया जाएगा।
कलश यात्रा निकाली
गीजगढ़. बहरावण्डा गांव में बाई के बाग स्थित ऊंकारेश्वर मन्दिर पर श्रीमद्भागवत् कथा की शुरुआत को लेकर मुख्य बाजार में स्थित जगदीश महाराज मन्दिर से कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में महिलाएं सिर पर मंगल कलश रख भजन गाती आगे बढ़ रही थी, वहीं पुरुष श्रद्धालु बैण्ड-बाजों की धुन पर नाचते-गाते आगे बढ़ रहे थे। कथा में आचार्य प्रदीप शास्त्री ने भागवत कथा श्रवण का महत्व बताया। इस दौरान पूर्व प्रधान लटूरमल सैनी, प्रधान बादाम देवी, रूपनारायण गुप्ता, रंगलाल, मिट्ठूराम सैनी आदि मौजूद थे।
गीजगढ़. बहरावण्डा गांव में बाई के बाग स्थित ऊंकारेश्वर मन्दिर पर श्रीमद्भागवत् कथा की शुरुआत को लेकर मुख्य बाजार में स्थित जगदीश महाराज मन्दिर से कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में महिलाएं सिर पर मंगल कलश रख भजन गाती आगे बढ़ रही थी, वहीं पुरुष श्रद्धालु बैण्ड-बाजों की धुन पर नाचते-गाते आगे बढ़ रहे थे। कथा में आचार्य प्रदीप शास्त्री ने भागवत कथा श्रवण का महत्व बताया। इस दौरान पूर्व प्रधान लटूरमल सैनी, प्रधान बादाम देवी, रूपनारायण गुप्ता, रंगलाल, मिट्ठूराम सैनी आदि मौजूद थे।
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
गुल्लाना(बसवा). ग्राम पंचायत गुल्लाना के भौमियाजी महाराज के स्थान पर हो रही भागवत कथा में आचार्य पं.राजकृष्ण शास्त्री ने सोमवार को कपिल-देवहूति संवाद पर बोलते हुए कहा कि जीव का एक मात्र सहारा है भगवान। जो कि भव सागर को पार करा सकता है। इस मौके पर श्रद्धालु भजनों पर भाव विभोर होकर नाचे। इससे समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया।
गुल्लाना(बसवा). ग्राम पंचायत गुल्लाना के भौमियाजी महाराज के स्थान पर हो रही भागवत कथा में आचार्य पं.राजकृष्ण शास्त्री ने सोमवार को कपिल-देवहूति संवाद पर बोलते हुए कहा कि जीव का एक मात्र सहारा है भगवान। जो कि भव सागर को पार करा सकता है। इस मौके पर श्रद्धालु भजनों पर भाव विभोर होकर नाचे। इससे समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया।
कालूराम मीणा, छुटटनलाल, हरफूल, मेवाराम मीणा, उदय मीणा,गिर्राजप्रसाद शर्मा, रामस्वरूप ककरोड़ा, औंकारमल मीणा, छाजूराम, विजेन्द्र कुमार जांगिड़, देवीसहाय मीणा, श्रीराम मीणा, गिरधारी पटेल, बनारसी पंडित, गिर्राज मीणा एवं हरिओम शर्मा सहित काफी संख्या में लोगों ने शिरकत की।