Shiva procession procession taken out इस अवसर पर गोपेश्वर मंदिर में महादेव की सेहरा झांकी एवम द्वादश Óयोतिर्लिंग के दर्शन भी कराए गए। इसी तरह मोड़ा बालाजी मंदिर में तीन दिवसीय रुद्राभिषेक कार्यक्रम की पूर्णाहुति हुई। श्रद्धालुओं हवन कुण्डों में आहंतियां देकर सुख-समृद्धि की कामना की। भण्डारे में हजारों लोगों ने पंगत लगाकर प्रसादी ग्रहण की। भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
शिवालयों में लगा भक्तों का तांता महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शुक्रवार को देवनगरी दौसा भगवान शिव के जयकारों से शिवमय हो गई। भोर की पहली किरण के साथ ही शिवालयों में भोलेनाथ के भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया। जिलेभर के शिव मंदिरों में दिनभर में हजारों श्रद्धालु पूजन करने पहुंचे। दौसा शहर के पंच महादेव नीलकण्ठ, सोमनाथ, गुप्तेश्वर, सहजनाथ एवं बैजनाथ सहित अन्य शिव मन्दिरों में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का जल एवं दूध से अभिषेक कर चन्दन, बिल्व पत्र, बेर, गाजर, आक-धतुरा, धूप-दीप आदि समर्पित कर पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की। महिलाओं के समूह के समूह भजन गाते हुए मन्दिरों में पहुंचे। इस दौरान मन्दिरों में भगवान शिव का रंग-बिरंगे फूलों से मनोहारी शृंगार कर आकर्षक झांकी सजाई गई। हाथों में पूजा की थाली एवं जयघोष करते हुए श्रद्धालु कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते हुए दिखाई दिए। इससे समूचा वातावरण भक्तिमय हो गया। प्रसाद एवं फूलों की दुकानों पर भी खासी भीड़ दिखाई दी।
देवगिरी पर मेला
देवगिरी पर्वत स्थित शहर के आराध्यदेव नीलकण्ठ महादेव के स्थान पर मेले का आयोजन हुआ। यहां तड़के चार बजे से ही श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना के लिए पहाड़ की चढ़ाई शुरू कर दी। सीढिय़ों एवं रैम्प दोनों ही मार्गों पर भक्तों की भीड़ दिखाई दी। हजारों की संख्या में श्रद्धालु बोल बम व भोले के जयकारे लगाते हुए महादेव के दर्शनों के लिए आगे बढ़ रहे थे। भगवान शिव के जयकारों से समूचा पर्वत गुंजायमान हो गया। नीलकंठ मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा।