मेहंदीपुर बालाजी. सूना पड़ा आस्थाधाम का मुख्य बाजार।
मेहंदीपुर बालाजी. विश्व प्रसिद्ध आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी कस्बे के व्यापारियों व आसपास गांव के ग्रामीणों के समक्ष बालाजी मंदिर बंद होने के चलते रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। इसके चलते आस्थाधाम के व्यापारियों ने मेहंदीपुर बालाजी के मुख्य बाजार में विरोध प्रदर्शन किया तथा जिला प्रशासन से घाटा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर खुलवाने की मांग की। जानकारी के अनुसार आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी के व्यापारियों के सामने मंदिर बंद होने से रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। इसको लेकर कस्बे के व्यापारियों ने मुख्य बाजार में एकजुट होकर विरोध विरोध प्रदर्शन कर सरकार व जिला प्रशासन से अविलंब मंदिर खुलवाने की गुहार लगाई है। व्यापारियों का कहना है कि आस्थाधाम तथा आसपास के ग्रामीणों की रोजी रोटी का एकमात्र साधन मंदिर है। मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु से ही आस्था धाम व आसपास गांव के लोगों की आजीविका चलती है तथा आस्था धाम कस्बे के व्यापारी, थडी़ ठेला संचालक,धर्मशाला गेस्ट हाउस, फल फूल माला बेचने वाले, रेस्टोरेन्ट होटल संचालक आदि का रोजगार मेहंदीपुर बालाजी दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं पर निर्भर है। अब जब मंदिर बंद है तो आस्था धाम व आसपास के ग्रामीणों की आजीविका बंद हो गई। इसके चलते स्थानीय लोगों को भारी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही स्थानीय व्यापारियों ने मंदिर खुलवाने को लेकर उपखंड सिकराय जाकर पूर्व में कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश को ज्ञापन भी दिया था लेकिन अभी तक मंदिर के कपाट नहीं खोले गए। व्यापारियों ने कहा कि सोमवार को सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा व जिला कलक्टर को इस सम्बन्ध में ज्ञापन दिया जाएगा। दुकान संचालक हिम्मत ङ्क्षसह उदयपुरा कहना है कि मंदिर बंद होने से आस्था धाम में श्रद्धालु नहीं आ रहे हैं। इससे व्यापार पूरी तरह बंद है। दुकानों का किराया सिहत रोजमर्रा के खर्चे चलाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में घाटा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को जल्दी खुलवा कर कस्बे वासियों को राहत दिलाएं। स्थानीय व्यापारी भोली सोकरी का कहना है कि सरकार को आस्था धाम मंदिर जल्द से जल्द खोल कर स्थानीय व्यापारियों के हितों का ध्यान रखना चाहिए।
मंदिर खुलवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते बालाजी कस्बे के व्यापारी।