लालसोट थाना पुलिस के अनुसार जगदीश मीना (55) पुत्र रेवड़मल एक खेत पर काम करता था और रात्रि को भी वहीं सोता था।शनिवार सुबह जब जगदीश के परिजन खेत पर पहुंचे तो चारपाई पर उसका शव मिला। घटना की जानकारी मिलते ही भीड़ जमा हो गई। कार्यवाहक डीएसपी राजेन्द्र त्यागी, लालसोट थाना प्रभारी राजेन्द्र मीना, तहसीलदार हनुमानप्रसाद मीना एवं नायब तहसीलदार रजनी मीना ने मौके पर पहुंच घटना की जानकारी ली।
पोस्टमार्टम कराने के लिए पुलिस शव को लालसोट ले जाने लगी तो परिजन व ग्रामीणों ने इसे हत्या का मामला बताकर खुलासा करने व जांच टीम को बुलाने व मौके पर ही पोस्टमार्टम करने की मांग की। अधिकारियों ने परिजनों व ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया।
सैकड़ों ग्रामीण शव के साथ जमे रहे। दोपहर करीब तीन बजे एफएसएल व डॉग स्कावड की टीम पहुंची और साक्ष्य जुटाए। सरपंच संघ अध्यक्ष हरकेश मटलाना की मध्यस्थता के बाद परिजन मौके पर ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हुए। पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिया। बाद में पुलिस ने मौके पर ही मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपर्द कर दिया। (नि.प्र.)
मृतक के पुत्र ने नामजद दी रिपोर्ट
लालसोट थाना पुलिस के अनुसार मृतक के पुत्र राजाराम मीना ने प्राथमिकी में बताया कि उसके पिता जगदीश सिंह व भंवरसिंह की जमीन की देखभाल का काम करते थे। शुक्रवार रात हरसहाय मीना, जगदीश सिंह, रामाकृष्ण बैरवा, मोहित समेत चार-पांच जनों ने पार्टी की थी।
इस दौरान उसके पिताजी पास वाली कोठी पर अकेले थे। शुक्रवार को महादेवा बैरवा की पुत्री खेत पर घास खोदने के लिए आई थी, जिसे उसके पिताजी ने मना कर दिया था। इस पर महादेवा की पुत्री ने उसकी बहन से कहा कि तेरे पिता का रात को पत्ता साफ करा दूंगी। सुबह जब उसकी बहन खेत पर पहुंची को पिता मृत अवस्था पड़े हुए मिली। शरीर पर मिट्टी लगी हुई थी। मुंह से खून भी निकल रहे थे और चारपाई के पास एक पत्थर भी रखा हुआ था। मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया है कि उक्त जनों ने ही योजना बना कर उसके पिता की हत्या की। जांच पुलिस वृत्ताधिकारी कर रहे हंै।