उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के बाद अन्य आवश्यक अनुमति बाद में लेने की छूट दी जाएगी। जो भी व्यक्ति राजस्थान के किसी भी औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग लगाना चाहता है व बिना किसी खानापूर्ति के उद्योग स्थापित कर सकता है। राजस्थान में उद्यमियों के लिए ऐसी उद्योग नीति लाई जाएगी जिसे देखकर हर कोई व्यक्ति उद्योग लगाने की ओर आकर्षित होगा। कोई भी किसान अपने खेत पर उद्योग स्थापित कर सकता है। उद्योग मंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी औद्योगिक क्षेत्र में आने वाली समस्याओं सड़क निर्माण, रोड लाइट, नाली निर्माण, पानी निकासी, पेयजल सुविधा सहित अन्य समस्याओं का शीघ्रता से निराकरण करें। रीको के प्रबंध निदेशक गौरव गोयल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में लघु एवं वृहद उद्योग स्थापित करने के लिए युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
सभी औद्योगिक क्षेत्रों में प्रोत्साहन शिविर आयोजित कर उद्यमियों की समस्याओं को चिहिन्त करते हुए शीघ्रता से समाधान कराने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आरएफसी द्वारा 6 5 हजार इकाइयों को ऋण दिलवाने का कार्य किया है। औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए तक का ऋण साढ़े सात प्रतिशत ब्याज की दर उपलध कराया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत में औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश बड़ाया, संरक्षक महेश चन्द शर्मा, मंत्री कैलाश सोनी, सुभाष भींवाल, गोविन्द नारायण गोयल, हरीश गुप्ता आदि ने उद्योग मंत्री व सभी अधिकारियों का स्वागत किया।
जिला औद्योगिक यूनियन के जिलाध्यक्ष मनोहरलाल गुप्ता, डिडवना सरपंच दीपक पटेल, पूर्व अध्यक्ष मुकेश कट्टा, रामबाबू बड़ाया, विशिष्ट सहायक बचनेश अग्रवाल, गंगापुर सीटी के नगर पालिका अध्यक्ष हरिप्रसाद बोहरा, ब्लॉक अध्यक्ष जगदीश राड़ा, ईश्वर लाल मीना, नगरपालिका लालसोट चेयरमैन जगदीश प्रसाद सैनी, वाईस चेयरमैन पुरुषोतम जोशी, पूर्व अध्यक्ष दिनेश मिश्र, नाथू लाल पटेल, आनन्दी लाल मीना, मयूर शर्मा, रामोतार मंगल, गोविंद मंगल, विनीत उपाध्याय, सुदीप मिश्रा, महेश सोनी, पूनमचन्द भिंवाल, मदन लाल भींवाल, गिर्राज आंकड़, प्रकाश पाटनी, अनिल पाटनी, गोविंद चौधरी, गोकुल सैनी, राजेन्द्र भींवाल, जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक शिल्पी आर पुरोहित आदि मौजूद थे। संचालन मदन पारीक ने किया।
झलका उद्यमियों का दर्द
जनसुनवाई के दौरान डिडवाना रीको एरिया के साथ जिले के बापी आद्यौगिक क्षेत्र, गंगापुर सीटी औद्योगिक क्षेत्र व करौली औद्योगिक क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं को लेकर उद्यमियों का दर्द झलक पड़ा। इस दौरान औद्योगिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विभाग के अधिकारियों पर मनमानी करने, रीको एरिया की समस्याओं का निस्तारण नहीं करने, बार बार नोटिस देने व प्लाट आवंटन निरस्त करने की धमकी देने के आरोप तक भी जड़ डाले।
पूर्व पालिका अध्यक्ष दिनेश मिश्र ने कहा कि अधिकाराी पुरानी आदतों को छोड़ें।उद्यमियों को संतोषजनक जवाब दे। डिडवाना औद्योगिक ऐशोसिएशन के मंत्री कैलाश सोनी ने रीको क्षेत्र में रोड, पानी की सुविधा का अभाव, विद्युत ट्रांसफार्मर पर जीओ सेट का अभाव, रोडवेज बस स्टॉप का अभाव, सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त का अभाव, ट्रक यूनियन की मनमानी एवं बारिश के पानी की निकासी के लिए नालों का अभाव व चारदीवारी का अभाव समेत कई समस्याओं को जिक्र कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है।
बापी औद्योगिक क्षेत्र के नवीन कुमार ने कहा कि रीको ने पुराने भूखंडों पर सर्विस टैक्स ब्याज लगा रखा है, अधिकारियों से बात करते हैं तो प्लांट आवंटन निरस्त करने की धमकी दी जाती है। गंगापुर सिटी से आए पदाधिकारी खेमराज गोयल ने बताया कि विभाग की नीतियों से उद्यमी त्रस्त हैं। करौली से आए पदाधिकारी ओमप्रकाश सारस्वत ने कहा कि मासलपुर को क्रेशर जोन घोषित किया जाए।
डिडवाना ग्राम पंचायत के सरपंच दीपक पटेल ने रीको एरिया से होने वाले प्रदूषण व यहां से निकलने वाले दूषित पानी की उचित व्यवस्था कराने की मांग की।