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पायलट परिवार के बाद कांग्रेस में नहीं उभरा कोई चेहरा

locationदौसाPublished: Mar 18, 2019 08:37:43 am

Submitted by:

gaurav khandelwal

दौसा लोकसभा सीट: गत दो चुनाव में चौथे व तीसरे पायदान पर रही कांग्रेस, एक दशक पहले तक कांग्रेस व पायलट परिवार का रहा दबदबा

dausa mp

पायलट परिवार के बाद कांग्रेस में नहीं उभरा कोई चेहरा

गौरव खण्डेलवाल
दौसा. कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही दौसा लोकसभा सीट पर गत एक दशक से हाथ की पकड़ ढीली हो गई है। इस सीट पर कांग्रेस के साथ पायलट परिवार का दबदबा रहा है, लेकिन सीट आरक्षित होने से पायलट परिवार के चले जाने के बाद कोई चेहरा नहीं उभर सका है। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी सफलता दौसा से मिली है, लेकिन सांसद का टिकट देने के लिए चेहरे की तलाश अब भी जारी है।
संभवत: विधायकों में से ही किसी पर दांव खेला जा सकता है। वर्तमान में लोकसभा क्षेत्र की आठों में से एक पर भी भाजपा का विधायक नहीं है। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व इस बार फिर से दौसा सीट पर फतह पाना चाहता है। वहीं भाजपा को भी सांसद हरीश मीना द्वारा विधानसभा में पाला बदलने से नए मजबूत चेहरे की तलाशहै।
दौसा संसदीय सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हुए हैं। इस दौरान राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के परिवार ने दौसा जिले से 7 बार प्रतिनिधित्व किया है। सचिन के पिता राजेश पायलट 5 बार तथा माता रमा पायलट व सचिन पायलट एक-एक बार दौसा से सांसद चुने गए हैं। 23 साल तक पायलट परिवार दौसा पर काबिज रहा। सचिन पायलट की राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत दौसा से ही हुई है।
गौरतलब है कि एयरफोर्स की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए राजेश पायलट ने 1984 में दौसा से सांसद का चुनाव लड़ा तथा भाजपा के नाथूसिंह गुर्जर को हराया। 1991 में भी नाथूसिंह को मात दी। 1996 में पायलट ने डॉ. किरोड़ीलाल मीना को शिकस्त दी। राजेश पायलट ने 1998 व 99 में लगातार दो बार भाजपा के रोहिताश्व शर्मा को हराया तो उनकी मृत्यु के बाद 2000 में रमा पायलट ने भी रोहिताश्व को मात दी। 2004 से 2009 चुनाव तक सचिन पायलट ने दौसा के सांसद का पद संभाला। सचिन ने भाजपा के करतारसिंह भड़ाना को मात दी थी।
अब तक कांग्रेस 11 बार, भाजपा 2 बार


दौसा संसदीय सीट पर 11 बार कांग्रेस काबिज रही है। मात्र 2 बार भाजपा को सफलता मिल सकी है। 4 बार दूसरे दलों या निर्दलीयों के खाते में यह सीट गई है। दौसा सीट के 62 साल के संसदीय इतिहास में मात्र 16 साल कांग्रेस के पास यह सीट नहीं रही।
पं. नवलकिशोर भी तीन बार जीते


दौसा में जन्मे तथा गुजरात के पूर्व राज्यपाल व दिग्गज कांग्रेस नेता पंडित नवलकिशोर शर्मा भी दौसा से तीन बार सांसद रहे थे। 1962 व 67 में लगातार दो बार हार के बाद कांग्रेस ने दौसा से 1968 उपचुनाव में पं. नवलकिशोर शर्मा को मैदान में उतारा तथा उन्हें जीत मिली। इसके बाद 1971 में भी वे जीते। इसके बाद 1980 में तीसरी बार जीते। 1984 के चुनाव में राजेश पायलट को दौसा से उतारा गया।
सचिन के जाते ही चौथे नंबर पर


2004 में सचिन पायलट भारी मतों से जीते। 2009 के चुनाव से दौसा सीट एसटी आरक्षित हो गई। कांग्रेस ने यहां से पुलिस अधिकारी रहे लक्ष्मण मीना को तो भाजपा ने पूर्व मंत्री रामकिशोर मीना को मैदान में उतारा। भाजपा से नाराज डॉ. किरोड़ीलाल मीना निर्दलीय उतरे, लेकिन कश्मीर से आए कमर रब्बानी चेची ने निर्दलीय उतरकर मुकाबला चतुष्कोणीय बना दिया। इस चुनाव में कांग्रेस की स्थिति बेहद खराब हुई।
प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई तथा चौथे पायदान पर रहना पड़ा। गत 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री रहे नमोनारायण मीना को उतारा, लेकिन वे तीसरे नंबर पर रहे। सफलता उनके ही छोटे भाई भाजपा के हरीश मीना को मिली। निर्दलीय उतरे डॉ. किरोड़ीलाल दूसरे नंबर पर रहे।
इस बार मामला बदला


गत चुनाव में भाजपा से जीते हरीश मीना अब कांग्रेस में हैं तथा देवली-उनियारा से विधायक बन चुके हैं। वहीं किरोड़ी भाजपा में लौटकर राज्यसभा सांसद बन चुके हैं। 2009 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे लक्ष्मण मीना वर्तमान में बस्सी से निर्दलीय विधायक बन चुके हैं। वहीं नमोनारायण मीना की दौसा में सक्रियता गत पांच साल में नहीं रही। ऐसे में कांग्रेस को दौसा सीट पर चेहरे की तलाश है, जिसका लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्र में पहचान हो।

दौसा से अब तक रहे सांसद

1957- सोमानी गजाधर हजारीलाल- कांग्रेस
1962- पृथ्वीराज- एसडब्ल्यूए
1967- आरसी गनपत- एसडब्ल्यूए
1968 नवलकिशोर शर्मा- कांग्रेस (उपचुनाव)
1971 नवलकिशोर शर्मा- कांग्रेस
1977- नाथूसिंह-बीएलडी
1980- नवलकिशोर शर्मा-कांग्रेस
1984- राजेश पायलट-कांग्रेस
1989- नाथूसिंह-भाजपा
1991- राजेश पायलट- कांग्रेस
1996 – राजेश पायलट- कांग्रेस
1998 – राजेश पायलट- कांग्रेस
1999 – राजेश पायलट- कांग्रेस
2000 – रमा पायलट- कांग्रेस (उपचुनाव)
2004- सचिन पायलट- कांग्रेस
2009- डॉ. किरोड़ीलाल मीना- निर्दलीय
2014- हरीशचंद्र मीना- भाजपा
1951 में जयपुर-सवाईमाधोपुर सीट से दौसा निवासी रामकरण जोशी सांसद बने थे। तब दौसा सीट अलग नहीं थी।
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