दौसा

Video: पाटीदार आंदोलन की तर्ज पर दौसा में गुर्जर युवाओं ने भरी हुंकार

आरक्षण के लिए सभा कर निकाली आक्रोश रैली, सरकार को दी एक माह की चेतावनी

दौसाDec 08, 2017 / 08:57 pm

gaurav khandelwal

दौसा. गुजरात के पाटीदार आंदोलन की तर्ज पर राजस्थान के गुर्जर आंदोलन के कमान अब युवाओं ने हाथ में लेने की ठान ली है। पहली बार युवा एकजुट हुए तथा महाआक्रोश रैली निकाली। जिला मुख्यालय स्थित गुर्जर छात्रावास में शुक्रवार को गुर्जर समाज के युवाओं ने आक्रोश रैली निकालकर सरकार को चेतावनी दी है कि एक माह में आरक्षण मामले का हल नहीं निकाला तो सभी जिलों में समाज आक्रोश रैली आयोजित कर विधानसभा का घेराव करेगा। इधर गुर्जर समाज की इस आक्रोश रैली से जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन दिनभर पूरी तरह चौकस रहा। सुबह से ही जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने छात्रावास के बाहर डेरा डालना शुरू कर दिया। जो कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद तक हटे।
 


जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे से गुर्जर छात्रावास में आक्रोश रैली से पूर्व सभा हुई। इसमें अनेक युवा गुर्जर नेताओं ने सम्बोधित कर सरकार को उनके समाज को आरक्षण के लिए बार-बार समझौते कर पलटना धोखा बताया। वक्ताओं ने कहा कि गुर्जर समाज पिछले 13 वर्ष से आरक्षण के लिए संघर्ष करता आ रहा है। समाज ने आरक्षण के लिए 72 लोगों ने जान गंवा दी, फिर भी सरकार उनको धोखे के सिवाय कुछ नहीं दे रही है। वे आरक्षण के लिए आंदोलन करते हैं सरकार समझौता करती है, कभी न्यायिक प्रक्रिया में तो कभी अन्य मामलों में आरक्षण का मामला अटक जाता है।
 

वक्ताओं ने कहा कि गुर्जर समाज को हर कीमत पर 50 प्रतिशत के अन्दर ही 5 प्रतिशत आरक्षण चाहिए। इसके लिए जो हल निकले वह सरकार निकाले। अन्यथा सरकार परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। सभा में लिए प्रस्तावों को युवा नेता सुरेन्द्र सिंह गुर्जर ने सभा में पढ़कर सुनाया। इसमें उनकी 50 प्रतिशत में ही 5 प्रतिशत आरक्षण देने, लम्बित देवनारायण बोर्ड का गठन शीघ्र करने एवं योजनाओं का शीघ्र लाभ देने, लम्बित छात्रवृत्ति प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने, आन्दोलन में दर्ज मुकदमों को वापस लेने, लालसोट हत्याकाण्ड की सीबीआई से जांच कराने व अमरपुर (महुवा) में बालिका छात्रावास को समझौते के अनुसार शीघ्र चालू करने सहित कई मांगों को लेकर जिला कलक्टर नरेशकुमार शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
 


इस अवसर पर आमसभा में मेरठ से आए अतुल प्रधान, कृष्ण लोमोड़, विक्रम मण्डावर, भवानी जौपाड़ा, करतार माल, हरिमोहन हर्षाणा, राजेन्द्र पीपलखेड़ा, राहुल खेड़ली, चतरसिंह बासड़ा, प्रेमसिंह खेड़ली, समयसिंह, कृष्ण धामस्या, भवानी खेड़ली, मुकेश कसाना, इन्द्रजीत प्रभाकर, लोकेश डोई, मथुरेश कसाना, प्रहलाद खटाना, संदीप खेड़ली, सुनील डोई व कुलदीप कांसला सैंकड़ों की संख्या में गुर्जर समाज के युवा मौजूद थे।
 


इन अधिकारियों ने सम्भाली कमान


इधर प्रशासन की ओर से दौसा एसडीएम संतोष गोयल, नांगलराजावतान एसडीएम डॉ. गोवर्धनलाल शर्मा, दौसा तहसीलदार देवीसिंह, नांगलराजावतान तहसीलदार सम्पतलाल मीना, लवाण तहसीलदार शरद तिवाड़ी को बतौर कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। जिला परिषद के एसीईओ सुरेन्द्र सिंह मीना को रिजर्व कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया। इधर पुलिस प्रशासन की कमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह ने सम्भाल रखी थी। सभास्थल के बाहर एवं रैली के साथ दौसा पुलिस उपाधीक्षक जीव प्रकाश जोशी, कोतवाली थाना प्रभारी मदन जेफ, महिला थाना प्रभारी मांगीलाल मीना, सीओ पूनमचंद विश्नोई, सिकंदरा थाना प्रभारी रामेश्वर बगडिय़ा, लवाण थाना प्रभारी रविन्द्र चौधरी व सैंथल थाना प्रभारी अजीत सिंह एवं पुलिस लाइन का जाप्ता तैनात था।
 


नारे लगाते निकले युवा गुर्जर
छात्रावास में सभा के बाद गुर्जर समाज के सैकड़ों युवा गुर्जर एकता के नारे लगाते हुए रवाना हुए तो पुलिस की एक बार तो सांसें चढ़ गई। आगे आगे पुलिस अधिकारी व जवान चलते जा रहे थे। कलक्ट्रेट के मुख्य द्वार कई बार कई युवा लोक गीतों के साथ नृत्य भी कर रहे थे। कलक्ट्रेट के दोनों दरवाजों पर पुलिस तैनात रही। अन्दर सिर्फ ज्ञापन देने वालों को ही प्रवेश दिया गया।
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