गौरतलब है कि बघेरे ने एक अप्रेल को सिण्डोली निवासी भगवानसहाय शर्मा के बाड़े में बंधे भैंस के पाड़े का और 3 अप्रेल को भौमियाजी मन्दिर के पास प्रभुदयाल सैनी के बाड़े में बंधी गाय की बछड़ी का शिकार करने के बाद प्रतिदिन आने लग गया। पांच अप्रेल को नाथूलाल सैनी के बाड़े में बंधी गाय की बछड़ी को भी शिकार की नियत से पकड़ लिया था। मौके पर महेश जैतावाला कुण्डल, प्रभु बलाई, रामकरण, जगदीश मीना, राकेश ढखोडिय़ा, रवि शर्मा, गीता देवी, काली देवी, मनोहरी देवी सहित अन्य लोगों ने प्रदर्शन करके बघेरे को पकडऩे की मांग की।