Parana after fasting in Jain temple
जैन समाज के प्रवक्ता संजय जैन ने बताया कि शनिवार को श्रीमती मणि जैन मोरा का सकल जैन समाज के समक्ष जैन धर्मशाला स्थित जैन मंदिर चेत्यालय में तीन दिवस के उपवास के बाद पारणा कराया गया। जैन चैत्यालय में शैलेंद्र, क्रश जैन चांदराना परिवार ने शांतिधारा की। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में रूपा जैन चांदवाड़ ने समाज के समक्ष पारणा किया। इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष महावीर जैन, वैद्य मनोहरलाल, मनीष बांदीकुई, ज्ञानचंद जैन, सुनील जैन, राजेंद्र जैन, कविता जैन, मोनिका जैन, श्वेता जैन, रुचि आदि मौजूद थे।
जैन समाज के प्रवक्ता संजय जैन ने बताया कि शनिवार को श्रीमती मणि जैन मोरा का सकल जैन समाज के समक्ष जैन धर्मशाला स्थित जैन मंदिर चेत्यालय में तीन दिवस के उपवास के बाद पारणा कराया गया। जैन चैत्यालय में शैलेंद्र, क्रश जैन चांदराना परिवार ने शांतिधारा की। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में रूपा जैन चांदवाड़ ने समाज के समक्ष पारणा किया। इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष महावीर जैन, वैद्य मनोहरलाल, मनीष बांदीकुई, ज्ञानचंद जैन, सुनील जैन, राजेंद्र जैन, कविता जैन, मोनिका जैन, श्वेता जैन, रुचि आदि मौजूद थे।
लालसोट. जैन धर्म के रत्नत्रेय का तीन दिवस का उपवास करने वाले पांच त्यागीवर्तियों का शनिवार को गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाला गया। बड़े जैन मन्दिर में त्यागीवर्ती वीरेन्द्र जैन, श्वेता जैन सोनी, आशू सोनी, देवेन्द्र बैनाडा एवं अलका बडजात्या का वर्षा योग समिति एवं जैन समाज की ओर से स्वागत किया गया। प्रमुख मार्गों से होता हुआ जुलूस जैन नसियां परिसर पहुंचा। तीन दिन तक उपवास करने वालों को जैनाचार्य विवेक सागर के सान्निध्य में पारणा कराया गया।
इस अवसर पर जैन संत आचार्य विवेक सागर ने कहा कि उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तय संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम अंकिचन और उत्तम ब्रम्हचार्य ये दस आभूषण हैं, उनमें रत्नत्रय के तीन रत्न लगे हुए हैं। इसलिए हमारे जीवन की विचारधाराओं को बदलना आवश्यक है। जीवन आचार्य विवेक सागर का शनिवार को 31 वां उपवास रहा।
क्षमावाणी पर्व आज: जैन समाज एवं वर्षा योग समिति के संयुक्त तत्वावधान में रविवार शाम साढ़े छह बजे जैन नसियां परिसर में जैनाचार्य विवेक सागर के सान्निध्य में सामूहिक क्षमावाणी पर्व का आयोजन किया जाएगा। मुख्य अतिथि सांसद जसकौर मीना होंगी। इससे पूर्व शहर के तीनों जैन मन्दिरों में श्रीजी के कलशाभिषेक होंगे। (नि.सं.)
Parana after fasting in Jain temple