जिले के सबसे बड़े कॉलेज राजकीय कला महाविद्यालय में 7 हजार से अधिक विद्यार्थीहैं, लेकिन अभिभावक मु_ीभर भी नहीं आए। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने कार्यक्रम आए हुए अभिभावकों के साथ ही पूरा किया। प्रभारी अधिकारी डॉ. शंभुलाल मीना ने कॉलेज की गतिविधियों के बारे में बताया। विद्यार्थियों ने आशु भाषण, कविता पाठ व समसामयिक मुद्दों पर भाषण प्रस्तुत किए। अभिभावकों ने सुझाव प्रस्तुत किए। श्रीराम मीना व प्रकाशचंद जैन ने सरकार की पहल की सराहना की। इस दौरान डॉ. केसी मीना, डॉ. बीएल जाट, डॉ. केएस शर्मा व डॉ. राजेन्द्र सिंह गुर्जर ने भी विचार व्यक्त किए।
पंडित नवलकिशोर शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भी अभिभावकों की संख्या कम रही। प्राचार्यडॉ. एसडी गुप्ता ने कहा कि युवा देश की तकदीर हैं। उन्हें सजाना, संवारना व तराशन हमारा काम है। विद्यार्थियों ने गीत व काव्य पाठ भी प्रस्तुत किए। अभिभावकों ने भी विचार व्यक्त किए। डॉ. स्नेह शर्मा व डॉ. एचएन गुप्ता ने बताया कि आगामी कार्यक्रम 19 नवम्बर को होगा।
इसी तरह श्रीसंत सुंदरदास राजकीय महिला पीजी कॉलेज में छात्रसंघ पदाधिकारियों सहित कईछात्राएं परिजनों के साथ आई, लेकिन कुल छात्रा संख्या के हिसाब से संख्या कम ही रही। संचालक राकेश शर्माने गतिविधियों से अवगत कराया। डॉ. सतीश सिंहल ने शैक्षिक वातावरण पर चर्चाकी। खेल प्रभारी प्रदीप नागर ने खेल सुविधाओं के बारे में बताया। अभिभावक पंकज शर्मा आवागमन की असुविधा व बाहर छात्राओं की सुरक्षा पर चिंता प्रकट की। प्राचार्य डॉ. संतोष गढ़वाल ने अभिभावकों को सजग रहकर बच्चों को नियमित कॉलेज भेजने को कहा।