इसमें जिला संग्रहण केन्द्राधीकारी डॉ. केसी मीना, जिला पर्यवेक्षक डॉ. निर्मल राकावत, डॉ. प्रकशचंद्र बैरवा, जिला समन्वयक आदि ने परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दिए। केन्द्राधीक्षक व पर्यवेक्षक के अलावा केन्द्र पर कोई भी मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं लाएगा। परीक्षार्थी मूल आईडी व एक अतिरिक्त फोटो साथ लेकर आएंगे। परीक्षार्थियों के लिए घड़ी, मोबाइल, केलकुलेटर आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने पर प्रतिबंध है। केन्द्र में 30 मिनट पहले प्रवेश दिया जाएगा।
मानदेय दो दिन का और ड्यूटी…?
पीटीईटी व प्री-बीएड परीक्षा में वीक्षक बनने के लिए मारामारी रहती है। अन्य परीक्षाओं की अपेक्षा इस परीक्षा में मानदेय अच्छा मिलता है। वहीं दो दिन का पैसा दिया जाता है, जबकि अधिकतर वीक्षक सिर्फ परीक्षा वाले दिन ही आते हैं। निजी वीक्षक बनने के लिए भी प्रतिस्पर्धा है। जानकारी के अनुसार परीक्षा में वीक्षक, सुपरवाइजर व फ्लाइंग सदस्य को दो दिन के 650 रुपए, केन्द्राधीक्षक व अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक को तीन-तीन दिन के 1200 व 900, मंत्रालयिक कर्मचारी, दफ्तरी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तीन-तीन दिन के 600, 525 व 450 रुपए मानदेय मिलेगा।
भेदभाव के खिलाफ देंगे ज्ञापन
स्कूल क्रांतिसंघ राजस्थान ने पीटीईटी परीक्षा में भेदभाव व मनमानी का आरोप लगाया है। प्रदेश महासचिव गंगालहरी शर्मा ने बताया कि स्कूल संचालकों के शिष्टमंडल के साथ जिला कलक्टर से मिलकर शिकायतों का ज्ञापन सौंपा जाएगा। शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रश्नपत्र केन्द्र पर पंहुचाने की बजाए स्कूल प्रशासन को कोषाधिकारी कार्यालय में पेपर लेने के लिए रविवार सुबह 9 बजे पहुंचने के लिए बाध्य किया जा रहा है। वहीं परीक्षा केन्द्रों पर वीक्षक ड्यूटियों मे भी भेदभाव हुआ है। सरकारी वीक्षकों की संख्या 50 फीसदी रखी है, लेकिन मिलने वालों के कम सरकारी वीक्षक लगाए हैं। इधर, परीक्षा समन्वयक ने बताया कि पेपर केन्द्रों पर पहुंचाए जाएंगे।